दाल की जगह खड़ी मटर व चना की हुई आपूर्ति, दाल की गुणवत्ता पर उठे सवाल
गरीबों की रसोई में दाल पके इसके लिए शासन ने दाल की व्यवस्था तो कर दी, किन्तु गरीबों के नसीब में दाल खाना नहीं लिखा है। क्योंकि दाल के स्थान पर खड़ी मटर व चना की सप्लाई जिले में की गई हैै। प्रश्र्न यह उठता है कि उसकी दराई विभाग करायेगा या कार्डधारक।
दाल की कीमतों में हुई वृçद्ध के चलते आम आदमी की थाली से दाल गायब हो गई है। शासन ने बीपीएल व अन्त्योदय कार्डधारकों के लिए सरकारी दाल का एलॉटमेंट किया है। पीली मटर की दाल का वितरण 1भ् रूपये 78 पैसे प्रति किलोग्राम की दर से किया जायेगा। जनपद में गरीबों के लिए 430 कुन्तल चना व भ्70 कुन्तल मटर की दाल का एलॉटमेंट किया गया है। शासन ने विपणन शाखा की गोदामों पर खड़ा चना व मटर भेजा गया है। ऊपर से मटर में कीड़े लगने की शिकायत है। जबकि प्रमुख सचिव जैकब थॉमस की ओर से भेजे गये पत्र में दाल सप्लाई करने की बात लिखी गई है। जिसमें केन्द्र सरकार के निर्णय पर पीली मटर की दाल नोडल एजेंसी द्वारा बन्दरगाह या गोदाम पर उपलब्ध कराया जायेगा। गोदाम से जिला मुयालयों तक पीली मटर की दाल की 2भ् किलोग्राम की बोरी भेजी जायेगी। जनपद मुयालय पर 2भ् किलोग्राम की बोरी तो भेजी गई, किन्तु उसमें दाल के स्थान पर खड़ी मटर व चना हैै।
इस मामले की ओर अभी तक किसी अधिकारियों का ध्यान नहीं गया है। उधर, चना-मटर की घटिया क्वालिटी होने की शिकायत पर जिलाधिकारी ने जांच टीम गठित की है। विपणन निरीक्षक ने बताया कि गोदाम पर भेजी गई रसीद में भी खड़ा चना व मटर की बोरी अंकित है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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