मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश के विकास और खुशहाली के लिए कृतसंकल्प हैं। उनकी मंशा के अनुरूप राज्य को तरक्की की ओर ले जाने तथा इसे औधोगिक रूप से विकसित करने की संकल्पना को साकार करने की दिशा में कल एक बड़ा और महत्वपूर्ण कदम उठाया जा रहा है। इसके अन्तर्गत उत्तर प्रदेश में दिल्ली-मुम्बर्इ इण्डसिट्रयल कारिडोर (डी0एम0आर्इ0सी0) परियोजना की पहली अर्ली बर्ड परियोजना ‘एकीकृत औधोगिक टाउनशिप का शुभारम्भ किया जा रहा है।
यह जानकारी देते हुए आज यहां एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि ग्रेटर नोएडा सिथत इस एकीकृत औधोगिक टाउनशिप का शुभारम्भ कल 02 मार्च, 2014 को मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव करेंगे। इस अवसर पर केन्æीय वाणिज्य मंत्री श्री आनन्द शर्मा भी उपसिथत रहेंगे। यह कार्यक्रम स्थानीय ताज होटल में कल प्रात: सम्पन्न होगा।
प्रवक्ता ने बताया कि डी.एम.आर्इ.सी. परियोजना के दादरी-नोएडा-गाजियाबाद निवेश क्षेत्र के तहत 740 एकड़ के क्षेत्रफल में विकसित की जाने वाली इस एकीकृत औधोगिक टाउनशिप में आधारभूत संरचनागत सुविधाओं का विकास डी.एम.आर्इ.सी. ट्रस्ट तथा उ0प्र0 शासन की ओर से ग्रेटर नोएडा औधोगिक विकास प्राधिकरण की 50-50 प्रतिशत हिस्सेदारी के संयुक्त उपक्रम द्वारा किया जाएगा। इस टाउनशिप का विकास 02 चरणों में किया जाएगा। पहले चरण में बुनियादी ढांचे का निर्माण सुनिशिचत किया जाएगा, जिससे निजी क्षेत्र का निवेश आकर्षित होगा तथा परियोजना की मार्केटिंग में वृद्धि होगी। दूसरे चरण में टाउनशिप के चरणबद्ध विकास के लिए निजी विकासकर्ताओं को आमंत्रित किया जाएगा।
प्रवक्ता ने बताया कि इस औधोगिक टाउनशिप का प्राथमिक उददेश्य नवीनता एवं आर्थिक विकास से जुड़े अग्रणी उधोगों से युक्त ज्ञान आधारित पारिसिथतिकी तंत्र बनाना है। इसके अतिरिक्त यह टाउनशिप कुशल मानव संसाधन को आकर्षित करके निवेश क्षेत्र के औधोगिक विकास के लिए उत्प्रेरक का काम करेगी। इससे विनिर्माण क्षेत्र के रूप में ग्रेटर नोएडा और नोएडा की सिथति और अधिक सुदृढ़ होगी। सहयोग और नवाचार को बढ़ावा देकर नए व्यवसायों का सृजन तथा विकास को प्रोत्साहित किया जाएगा। उधोगों और प्रस्तावितमौजूदा शैक्षिक संस्थानों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने तथा मौजूदा उधोगों के मूल्य संवर्धन के साथ-साथ नए उधोगों को बढ़ावा मिलेगा।
प्रवक्ता ने बताया कि अर्ली बर्ड परियोजनाओं के क्रियान्वयन से कम समय में पीपीपी माडल की परियोजनाएं विकसित होंगी, जिससे जनसामान्य एवं क्षेत्रीय लोगों के समक्ष निवेश क्षेत्र के विकास का माडल प्रदर्शित होगा और लोगों को रोजगार मिलेगा। इस एकीकृत औधोगिक टाउनशिप परियोजना के अन्तर्गत कार्य करने वाले लोगों के लिए आवास, संस्थागत सुविधाएं, व्यावसायिक सुविधाएं व अन्य अवस्थापना सुविधाएं एक स्थान पर उपलब्ध करार्इ जा रही हैं।
प्रवक्ता ने बताया कि इस परियोजना के विकसित होने से अगले तीन दशकों में लगभग 33 हजार करोड़ रुपए के निजी पूंजी निवेश को आकर्षित किया जा सकेगा तथा प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन होगा। इससे उधोग जगत के साथ-साथ प्रदेश की अर्थव्यवस्था और सुदृढ़ होगी। ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में एकीकृत औधोगिक टाउनशिप के बन जाने से कुशल मानव संसाधन का सदुपयोग हो सकेगा तथा विनिर्माण और औधोगिक विकास के क्षेत्रों में तेजी आएगी, जिससे प्रदेश के सर्वांगीण विकास में तेजी आएगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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