Categorized | लखनऊ.

श्री मोदी से घबराकर सपा कर रही है उल्टे काम - डा0 मनोज मिश्र

Posted on 24 February 2014 by admin

भारतीय जनता पार्टी ने समाजवादी प्रबुद्ध सभा के सम्मेलन में प्रबुद्ध जनों से शस्त्र उठाने की अपील पर चुटकी ली है। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डा0 मनोज मिश्र ने सपा के प्रबुद्ध सम्मेलन पर चुटकी लेते, हुए कहा कि अपनी आदत के मुताबिक लोकतांत्रिक राह छोड़कर शस्त्र उठाने की प्रबुद्धजनों  से अपील हस्यास्पद है। उन्होंने कहा कि इन दिनों सपा कि कुण्डली ही खराब है। जिसमें वे लोग उल्टी-सीधी बातें और काम कर रहे है। डा0 मिश्र ने सपा सरकार को सलाह दी कि उन्हे प्रबुद्धजनों को बोैद्धिक संघर्ष करने और धरातल तैयार करने का आहवाहन करना चाहिए था न कि शस्त्र उठाने के अपील। सपा के नेता भूल गये है कि इस समय देश में लोकतंत्र  है न कि लाठी तंत्र।
डा0 मिश्र ने कहा कि प्रदेश में चुनाव असफलता की सम्भावना के मददेनजर सपा सरकार गडबड़ा गर्इ है तथा उल्टे पुल्टे काम कर रहे है। सपार्इ साइकिल रैली का दिल्ली की जंतर मंतर से लखनऊ तक की साइकिल रैली पर भी चुटकी ली। उन्होंने व्यंग करते हुए कहा कि सपार्इ घोषणाऐं तो दिल्ली की गददी पाने की कर रहे है और सार्इकिल रैली दिल्ली से लखनऊ की ओर कर रहे है। शायद जनता के रूख को भांपकर दिल्ली का ख्वाब छोड़कर सपार्इ लखनऊ की सपा सरकार को बचाने में जुट गये है।
डा0 मिश्र ने सपा के मुख्यमंत्री के इस बयान की भी धजिजयां उडार्इ की किसी भी सरकार की छवि पुलिस ही बनाती और बिगाड़ती है। मुख्यमंत्री  का कहना कि पुलिस अपनी छवि सुधारे उनकी बेचारगी  का प्रतीक है डा0 मिश्र ने पलटकर पूछा कि क्या छवि के लिए एक मात्र पुलिस ही जिम्मेदार है। या सरकार के कार्यो का भी हिस्सा है। उन्होंने सपा सरकार को बताया कि सरकार की छवि पुलिस न तो बनाती है और न ही बिगाड़ती वलिक सरकार और मुखिया का आचरण और उसके कार्यकलाप अपने आप ही एक मात्र जिम्मेदार होता है। प्रभावी सरकार में पुलिस का आचरण ठीक होता है जैसा कि भाजपा शासित प्रदेशो में देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सपा के नेता अपना आचरण सुधारे और सुशासन कायम करने के लिए उन्हें भाजपा से सीखना होगा।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

Leave a Reply

You must be logged in to post a comment.

Advertise Here

Advertise Here

 

April 2025
M T W T F S S
« Sep    
 123456
78910111213
14151617181920
21222324252627
282930  
-->









 Type in