उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री जावेद उस्मानी ने निर्देश दिए है कि घाटमपुर,मेजा,बारा तापीय विघुत परियोजनाओं को यथाशीघ्र कि्रयाशील कराने हेतु आने वाली समस्याओं का निराकरण प्राथमिकता से कराया जाय। उन्होने कहा कि बारा तापीय विघुत परियोजना के प्रथम यूनिट को 22 अगस्त,2014,द्वितीय यूनिट को 22 जनवरी,2015 एवं तृतीय यूनिट को 22 जून,2015 तक तथा मेजा तापीय विघुत परियोजना की प्रथम यूनिट को 30 अप्रैल,2016,दूसरी यूनिट को अक्टूबर,2016 तथा घाटमपुर ताापीय विघुत परियोजना को निर्धारित समय सारिणी के अनुसार पूर्ण कराया जाय। उन्होने बताया कि घाटमपुर विघुत तापीय परियोजना से 1980 मेगावाट,बारा विघुत तापीय परियोजना से 1980 मेगाावाट तथा मेजा विघुत तापीय विधुत परियोजना से 1320 मेगावाट विधुत का उत्पादन उपलब्ध होगा।
मुख्य सचिव आज शास्त्री भवन सिथत अपने कार्यालय कक्ष के सभागार में घाटमपुर,मेजा,बारा तापीय विघुत परियोजनाओं को यथाशीघ्र कि्रयाशील कराने हेतु आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होने कहा कि यह विधुत परियोजनायें महत्वपूर्ण परियोजना हैं जिन्हें पूर्ण कराने हेतु आने वाली समस्याओं का समाधान संबंधित जिलाधिकारी अपने स्तर पर संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर कार्यवाही सुनिशिचत करायें। उन्होंने कहा कि परियोजनाओं को पूर्ण कराने में किसी भी स्तर पर लापरवाहीं क्षम्य नहीं होगी। उन्होने कहा कि संबंधित अधिकारियों का दायित्व है कि कार्यो को निर्धारित समय एवं गुणवत्ता के साथ पूर्ण कराये ताकि प्रदेश में इन परियोजनाओ से यथाशीघ्र विधुत उत्पादन हो सके।
बैठक में प्रमुख सचिव ऊर्जा श्री संजय अग्रवाल, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक राज्य विधुत उत्पादन निगम श्री कामरान रिजवी, विशेष सचिव ऊर्जा श्री शिवश्याम मिश्र सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपसिथत थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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