उत्तर प्रदेश की अखिलेश सरकार जहा आम आदमी की सुविधाओं को विस्तार देने में जुटी है वही एलडीए आम आदमी की जगह खास आदमी को तव्वजों देकर सरकार के खिलाफ जनाक्रोश तैयार कर रहा है। लखनऊ विकास प्राधिकरण के चंद अधिकारियों की मनमानी और निजी स्वार्थ के चलते एक बिल्डर को मदद पहुचाने की गरज के चलते गोकुल बिहार सोसायटी के एक दो नही बलिक चालीस से अधिक परिवार बेघर होने वाले है। मास्टर प्लान की सीधी सड़क को तिरछी करके एलडीए के अधिकारी सीधे बिल्डर को लाभ पहुचा रहे है ताकि बिल्डर की 12 से 15 बीघा जमीन का अहित न हो और बने बनाए गरीबों के मकान ढह जाए। पीडि़त लोगों के निवेदन पर जिले के प्रभारी मंत्री जन्तु उधान मंत्री डा. एस.पी. यादव ने 21 जनवरी और मुख्यमंत्री कार्यालय से इस मामले में नियमानुसार कार्रवार्इ के निर्देश दिये गए लेकिन एलडीए अधिकारियों के कान में जू नही रेगी। जबकि इस मामले में जिलाधिकारी कार्यालय से जारी नोटिफिकेशन का जबाब देते हुए सभी परिवारों ने लिखा कि जब लखनऊ की महायोजना के स्वीकृत नक्शे में सड़क सीधी बनार्इ जानी है तो उसे तिरछा क्यो किया जा रहा है। गोकुल बिहार सोसायटी के लोगों ने एलडीए की इस मनमानी पर रोष जाहिर करते हुए कहा कि अगर मुख्यमंत्री से उन्हें न्याय नही मिला तो वे न्यायालय की शरण लेगें।
गोकुल बिहार सोसायटी की तरफ से श्रीमती चनिद्रका देवी, पवन तिवारी,लवलेश गिरि, सुनील कुमार प्रजापति और वेद प्रकाश यादव सहित दर्जन भर से अधिक लोगों ने संयुक्त रूप से मुख्यमंत्री को पे्रषित अपनी शिकायत में कहा है कि गोकुल बिहार कालोनी को तबाह करने के लिए तीन जनवरी 14 को प्रकाशित अधिसूचना में लखनऊ महायोजना 2021 में सुलतानपुर रोड पर ग्राम अहमामऊ में 45 मीटर रोड बनाने के लिए प्रस्तावित भूमि का विवरण दिया गया है। जब इसकी जानकारी गोकुल बिहार सोसायटी के लोगों को हुर्इ तो उन्होंने इसकी जानकारी ली तो पता चला कि महायोजना के लिए बनाए गए नक्शे और उसमें दशार्इ गर्इ सड़क के विपरीत एलडीए ने बिल्डर विशेष को लाभ पहुचाने की गरज से सीधी जाने वाली 45 मीटर सड़क को तिरछा करके उसकी अधिसूचना जारी कर दी है। जबकि महायोजना के मुताबिक इस सड़क को सीधा बनाए जाए तो अंसल सिटी से आ रही इस सीधी सड़क को सीधा बनाया जाए तो एक चौराहा बनेगा और महायोजना के नक्शे के मुताबिक यह ठीक भी रहेगा। यही नही सीधे बनाए जाने पर चकरोड़ होने के कारण सरकार को राजस्व का लाभ होगा। इसके अलावा केवल बिल्डर को लाभ पहुचाने के लिए इसे तिरछा किया गया तो मात्र 100 मीटर के अन्तराल में एक चौराहा और एक तिराहा बन जाएगा जिसके चलते मार्ग सुरक्षा भी प्रभावित होगी। पीडि़त लोगों ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में यह भी कहा कि एलडीए की इस मनमानी से क्षेत्र के चालीस से अधिक परिवार बेघर ही नही हो जाएगें बलिक भवन निर्माण के लिए गए कर्ज के चलते उनकी जिन्दगी नरक हो जाएगी। मुख्यमंत्री की सबको आवास योजना और मुफत चिकित्सा शिक्षा योजना को बेहतर और जनहितकारी बताते हुए गोकुल बिहार सोसायटी के लोगों ने आग्रह किया है कि अगर सरकार इस मामले को संज्ञान में ले ले तो पता चल जाएगा कि एलडीए के कुछ अधिकारियों और बिल्डर की मिली भगत के चलते चालीस से अधिक परिवारों को बेघर किया जा रहा है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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