लखनऊ - कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी जी की ओर से बरेली में प्रसिद्ध सूफी सन्त आला हजरत इमाम अहमद रजा की दरगाह, बरेली में सालाना उर्स के मौके चादर चढ़ाने दिल्ली की मुख्यमन्त्री श्रीमती शीला दीक्षित, अ0भा0 कांग्रेस कमेटी के महासचिव श्री दिग्विजय सिंह, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ0 रीता बहुगुणा जोशी सहित कई प्रमुख नेता गये थे। इन सभी नेताओं को उच्च सुरक्षा प्राप्त थी, किन्तु राज्य सरकार ने न तो उन्हें कोई सुरक्षा प्रदान की और न ही कार्यक्रम स्थल के पास भीड़ को नियन्त्रित करने की व्यवस्था की, जिससे बड़ा हादसा होने की परिस्थितियां बनीं और इन नेताओं का जीवन ही खतरे में पड़ गया था। राज्य सरकार का यह रवैया बहुत ही गैर जिम्मेदाराना और निन्दनीय है।
उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी के मुख्य प्रवक्ता सुबोध श्रीवास्तव ने आज यहां जारी बयान में कहा कि प्रदेश की मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती अपनी सुरक्षा के लिए आते-जाते समय आधे-आधे घंटे रास्ते रूकवा देती हैं। किन्तु दिल्ली की मुख्यमन्त्री श्रीमती शीला दीक्षित, अ0भा0 कांग्रेस कमेटी के महासचिव-प्रभारी उ0प्र0 श्री दिग्विजय सिंह(पूर्व मुख्यमन्त्री म0प्र0), प्रदेश कांग्रेसअध्यक्ष डॉ. रीता बहुगुणा जोशी, राष्ट्रीय सचिव-प्रभारी उ0प्र0 श्री परवेज हाशमी,सांसद का कार्यक्रम पूर्व निर्धारित होने के बावजूद इन नेताओं को अनियन्त्रित भीड़ के रहमोकरम पर छोड़ दिया गया। ऐसी परिस्थितियां बन गई थीं कि दम घुटने से इनकी जान भी जा सकती थी।
मुख्य प्रवक्ता श्री सुबोध श्रीवास्तन ने मांग की है कि कांग्रेस के इन वरिष्ठ नेताओं की सुरक्षा में हुई इस बड़ी चूक के लिए जिम्मेदार अधिकारियों को दण्डित किया जाय और राज्य सरकार यह सुनिश्चित करे कि भविष्य में कांग्रेस के नेताओं के कार्यक्रमों में समुचित सुरक्षा व्यवस्था की जाय। यदि भविष्य में ऐसी कोई घटना दोबारा घटती है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मुख्यमन्त्री और राज्य सरकार की होगी।