उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने तहसील दिवस सहित अन्य अवसरों पर प्राप्त आवेदन पत्रों का गुणवत्तापरक निस्तारण करने वाले अधिकारियों के कार्यों पर सराहना करने तथा शिथिल अधिकारियों के विरुद्ध सख्त कार्रवार्इ के निर्देश दिए हैं।
यह जानकारी देेते हुए शासन के प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि तहसील दिवस के अवसर पर प्राप्त आवेदन पत्रों के निस्तारण की समय सीमा पहले ही निर्धारित की जा चुकी है। इसमें स्पष्ट तौर पर कहा गया है कि आवेदन पत्र प्राप्त होते ही उस पर कार्रवार्इ प्रारम्भ कर दी जाए एवं निस्तारण आख्या 07 दिनों के अंदर तहसील को प्रेषित कर दी जाए। जबकि कुछ जटिल प्रकरणों पर निस्तारण की अधिकतम सीमा 15 दिन निर्धारित की गर्इ है।
प्रवक्ता ने बताया कि तहसील दिवस एवं मुख्यमंत्री संदर्भों के निस्तारण का सीधे आवेदनकर्ताओंशिकायतकर्ताओं फीडबैक प्राप्त करने के लिए काल सेण्टर की व्यवस्था करने का निर्देश मुख्यमंत्री के स्तर से दिए गए थे। मुख्यमंत्री के निर्देश के क्रम में काल सेण्टर की स्थापना शासन स्तर पर की गर्इ है। इस काल सेण्टर द्वारा तहसील दिवस के निस्तारण पर शिकायतकर्ताओं द्वारा प्राप्त फीडबैक में बताया गया है कि जनपद झांसी की तहसील मऊरानीपुर में कुल 61 शिकायतों में 31, जनपद कुशीनगर की पडरौना तहसील में 42 आवेदनकर्ताओं में 23, जनपद जालौन की माधौगढ़ तहसील में 52 आवेदकों में 24, जनपद लखनऊ की तहसील मोहनलालगंज के कुल 163 आवेदकों में से 74 तथा जनपद गाजीपुर की मोहम्मदाबाद तहसील में कुल 105 शिकायतों में 45 पर आवेदकोंशिकायतकर्ताओं द्वारा निस्तारित प्रार्थना पत्रों की गुणवत्ता पर संतोष व्यक्त किया गया है। जनता की समस्याओं के समाधान हेतु सम्बनिधत तहसीलों के उपजिलाधिकारियों के सराहनीय प्रयास के लिए मुख्यमंत्री ने सम्बनिधत जनपदों के जिलाधिकारियों के माध्यम से प्रशंसा किए जाने के निर्देश दिए हैं।
प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने जहां इन उपजिलाधिकारियों द्वारा बेहतर कार्य निस्तारण के लिए संतोष व्यक्त किया वहीं कुछ जनपदों के विभिन्न कार्यालयों द्वारा समय से तहसील दिवस के प्रार्थना पत्रों को निस्तारित न करने के लिए सख्त कार्रवार्इ के निर्देश भी दिए हैं। उन्होंने कहा है कि जनता की समस्याओं की उपेक्षा करने वाले अधिकारियों के विरुद्ध कड़ी से कड़ी विभागीय कार्रवार्इ की जाए। तहसील दिवस की वेबसाइट पर प्रदर्शित रिर्पोट के आधार पर पाया गया कि जनपद इलाहाबाद के थाना फूलपुर में 35 व थाना सोरांव में 34 प्रार्थना पत्र 17 दिसम्बर, 2013 से लमिबत पाए गए हैं। इसी प्रकार जनपद कुशीनगर के खण्ड विकास अधिकारी तम्कुहीराज एवं सेवही में क्रमश: 9 व 8 प्रार्थना पत्र 19 नवम्बर, 2013 से लमिबत हैं। बेसिक शिक्षा अधिकारी महराजगंज के पास 10 प्रार्थना पत्र लमिबत पाए गए, जिसमें सबसे पुराना प्रकरण 03 दिसम्बर, 2013 से लमिबत है। मुख्यमंत्री ने इन प्रकरणों को गम्भीरता से लेते हुए पुलिस महानिदेशक, प्रमुख सचिव ग्राम विकास एवं सचिव बेसिक शिक्षा को सम्बनिधत अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवार्इ करने के निर्देश दिए हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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