महिला आयोग की अध्यक्ष जरीना उस्मानी ने कहा कि ऐसी महिलायें जिनके पति द्वारा बिना तलाक के दूसरा विवाह करके दोड़ दिया जाता है, उन्हें परित्यक्ता भत्ता दिया जाना चाहिये।
यह बात उन्होंने उत्तर प्रदेश महिला आयोग की 28 जनवरी को आयोजित विभागीय बैठक में कही। बैठक में परित्यक्ता भत्ता दिलाये जाने तथा प्रदेश के समस्त जनपदों में महिला थाना कार्यालयों की समुचित व्यवस्था कराये जाने की संस्तुति प्रदेश सरकार से किये जाने का निर्णय लिया गया है। इसके साथ ही आयोग द्वारा विशाखा बनाम राजस्थान प्रकरण में उच्चतम न्यायालय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के क्रम में वस्तुसिथति से अवगत कराये जाने हेतु प्रदेश के सभी जनपदों के जिलाधिकारियों तथा निदेशक, महिला कल्याण को पत्र लिखे जाने का निर्णय लिया गया है।
बैठक में महिलाओं के कल्याणार्थ विभिन्न जनपदों में द्वितीय चरण में 19 जनपदों में की गर्इ जनसुनवार्इ की समीक्षा की गर्इ तथा आगामी 2 वर्ष में आयोग द्वारा आयोजित होने वाले कार्यक्रमों पर भी विचार-विमर्श किया गया। बैठक में बताया गया कि आयोग द्वारा 35 जनपदों में जनसुनवार्इ कार्यक्रम आयोजित किये जा चुके हैं, शेष जनपदों में शीघ्र जनसुनवार्इ कार्यक्रम किये जायेंगे। बैठक में उपसिथत सदस्यों ने आयोग द्वारा विभिन्न जनपदों में आयोजित कार्यक्रमों से बड़ी संख्या में महिलाओं के लाभानिवत होने का उल्लेख किया तथा भविष्य में ऐसे कार्यक्रम जारी रखने का सुझाव भी दिया गया।
बैठक में उपाध्यक्ष सुमन यादव, उपाध्यक्ष श्रीमती जानकीपाल एवं सदस्य जुबैदा चौधरी, डा0 श्वेता सिंह, श्रीमती राजदेवी चौधरी, श्रीमती रेहाना सिददीकी, श्रीमती शीला सिंह, डा0 सुमित्रा यादव, सुषमा यादव, अर्चना राठौर, गीता गुप्ता, बेनजीर, रीता गुप्ता, बासमती, सुमन सिंह, माला द्विवेदी, राजेश कुमारी यादव, असमा सिददीकी, शीला चतुर्वेदी, सुमन दिवाकर, नफीसा बानो, रूकइया बानो, आयोग की सदस्य, सचिव अनीता वर्मा सिंह, वित्त एवं लेखाधिकारी श्री रामचन्द्र मिश्र उपसिथत थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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