कृषि उत्पादन आयुक्त श्री आलोक रंजन ने पशुपालन विभाग को निर्देश दिए हैं कि पशुओं की चिकित्सा, टीकाकरण एवं पशुओं के Ñत्रिम गर्भाधान कार्यो को शासन द्वारा निर्धारित समय-सारिणी एवं लक्ष्य के अनुरूप सुनिशिचत किए जाने के लिए सम्बनिधत जनपद के मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को उत्तरदायी बनाया जाय। उन्होने कहा कि कामधेनु योजना एवं मिनी कामधेनु योजना मुख्यमंत्री की प्राथमिकताओं में शामिल है और उनकी अपेक्षा के अनुसार इन योजनाओं का शत-प्रतिशत परिणाम लाने के लिए जिला स्तर पर जवाबदेही तय करना आवश्यक है।
Ñषि उत्पादन आयुक्त श्री आलोक रंजन आज सचिवालय सिथत अपने कार्यालय कक्ष में पशुपालन विभाग द्वारा संचालित कामधेनु एवं मिनी कामधेनु योजनाओं की समीक्षा कर रहे थे। उन्होने पशुपालकों को अच्छी नस्ल के पशु उपलब्ध कराने के लिए व्यवस्था का निर्धारण करते हुए कहा कि कामधेनु योजना और मिनी कामधेनु योजना के अन्तर्गत पशु क्रय करने हेतु जिलों में क्रय समितियों का गठन किया जाय, जो अच्छे नस्ल के पशुओं की उपलब्धता विषयक सूचनाओं को एकत्र कर किसानों के हित में अच्छी नस्ल के पशुओं का क्रय करके उन्हें उपलब्ध करायेगी।
श्री रंजन ने कहा कि संबंधित जनपद में जहां-जहां चिकित्सा इकाइयां स्थापित की जा रही है, उस क्षेत्र का पशु चिकित्साधिकारी माह में एक बार यूनिट का निरीक्षण कर पशुओं का स्वास्थ्य परीक्षण करें। योजना पर प्रमुख सचिव, पशुधन द्वारा विस्तार से प्रकाश डाला गया।
बैठक में प्रमुख सचिव, पशुधन, श्री योगेश कुमार, प्रमुख सचिव, कृषि, श्री देवाशीष पाडा, विशेष सचिव, कृषि, श्री निखिल चन्द्र शुक्ला, निदेशक, कृषि, श्री डी0एम0 सिंह, अपर निदेशक, पशुपालन, डा0 पी0एस0 गौतम तथा स्टेट बैंक आफ इणिडया, केनरा बैंक, सेन्ट्रल बैंक आफ इणिडया, यूनियन बैंक, पंजाब नेशनल बैंक एवं बैंक आफ बडौदा के प्रतिनिधियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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