समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चौधरी ने कहा है कि प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सन 2012 में सरकार बनने पर विपक्षी दलों में हताशा व्याप्त हो गर्इ थी। नतीजे में कांग्रेस, भाजपा और बसपा ने मिलकर कानून व्यवस्था को बिगाड़ने और समाज के विभिन्न वर्गो के बीच तनाव पैदा करने की साजिशें शुरू कर दीं। मुजफफरनगर की घटना को तूल देकर प्रदेश को सांप्रदायिकता की आग में झाेंकने की साजिश इन्हीं तत्वों ने रची। लेकिन समाजवादी पार्टी की सजगता से दो दिन के अन्दर ही सिथति पर नियंत्रण पा लिया गया। विपक्ष इसके बावजूद जब तब राज्य सरकार पर आक्षेप आरोप लगाता रहा है।
अब राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने मुजफफरनगर और शामली की घटनाओं के बाद राहत शिविरों की व्यवस्था पर श्री अखिलेश यादव के नेतृत्व में बनी सरकार की प्रशंसा कर विपक्षियों को सार्वजनिक रूप से कठघरे में खड़ा कर दिया है। आयोग ने यह मानने से इंकार कर दिया है कि राहत शिविरों में रह रहे लोगों को हटाने के लिए बुलडोजर का प्रयोग हुआ। आयोग ने राज्य सरकार द्वारा विस्थपितों को पुनर्वासित किए जाने की भी प्रश्ांसा की हैं। समाजवादी सरकार के गुड-गवर्नेसं की यह तारीफ कुछ तत्वों को हजम नहीं होनेवाली है।
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयेाग के अध्यक्ष जसिटस श्री के0जी0 बालाकृष्णन ने कहा है कि राज्य सरकार ने बहुत अच्छा काम किया है। राज्य सरकार के राहत कार्यो पर संतोष व्यक्त कर उन्होने यह जता दिया है कि विपक्ष केवल विरोध के लिए विरोध कर रहा है। उसके पीछे मंतव्य सिर्फ सरकार के अच्छे कामों पर पानी फेरना है। नफरत फैलाने वाले नहीं चाहते हैं कि उत्तर प्रदेश उत्तम प्रदेश बने और यहां सुख शांति रहे। मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने बिना परवाह किए कि विरोधी क्या कहेंगें, अपना राजधर्म निभाने का सफल प्रयास किया है।
समाजवादी पार्टी सरकार ने मुजफफरनगर और शामली में विस्थापित परिवारों के पुनर्वासन हेतु वित्तीय वर्ष 2014-15 में उत्तर प्रदेश की आकसिमकता निधि से 90 करोड़ रूपए की अगि्रम प्रतिपूर्ति की व्यवस्था की है। मुसिलम परिवारों को घर बनाने और सामान खरीदने के लिए अलग से धनराशि देने के साथ मृतक आश्रितों को नौकरी भी दी गर्इ है। सरकार ने सभी पीडि़तों की जानमाल की सुरक्षा की गारंटी भी दी है। मुख्यमंत्री जी सभी के साथ इंसाफ के लिए प्रतिबद्ध है।
समाजवादी पार्टी की सरकार ने नौजवानों, मुसलमानों किसानों और गरीबों के हित की तमाम योजनाओं को अमली जामा पहनाया हैं। आगामी लोकसभा चुनावों में धर्मनिरपेक्ष ताकतों की परीक्षा होनेवाली है। कांग्रेस ने 66 सालों में देश को घोटालों की सौगात दी है तो भाजपा पर गुजरात के नरसंहार का दाग है। बसपा के पांच साल के राज में लूट और झूठ का ही बोलबाला रहा है। समाजवादी सरकार ने ही इन दलों की गतिविधियां रोकी हंै और श्री अखिलेश यादव ने प्रदेश को विकास का नया एजेण्डा दिया है। विपक्ष अपनी कुंठा में जनता को भ्रमित करने और बरगलाने में लगा तो है लेकिन हकीकत के आगे उसे मुंह की खानी पड़ रही है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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