उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव, श्री जावेद उस्मानी ने निर्देश दिए है कि उ0प्र0वाटर सेक्टर रीस्ट्रक्चरिंग परियोजना के द्वितीय चरण को समयबद्व कि्रयानिवत कराने हेतु माइलस्टोन निर्धारित कर कार्य तत्काल प्रारम्भ करा दिए जाय। उन्होने कहा कि वर्तमान वित्तीय वर्ष के लिए इस परियोजना हेतु राज्य सरकार द्वारा 200 करोड रूपये की व्यवस्था की गयी है,जिसके सापेक्ष 178.97 करोड रूपये की वित्तीय स्वीकृति भी निर्गत करा दी गयी है। उन्होने कहा कि आगामी वित्तीय वर्ष 2014-15 में भी परियोजना के कि्रयान्वयन हेतु प्रस्तावित धनराशि 450 करोड रूपये की व्यवस्था कराने की कार्यवाही प्राथमिकता से सुनिशिचत करायी जाय। उन्होने कहा कि परियोजना को आगामी 7 वर्षो में पूर्ण कराकर निचली गंगा नहर प्रणाली से 12 जनपदो में,शारदा सहायक कमाण्ड के अन्र्तगत तीन जनपदो,बुन्देलखण्ड क्षेत्र के ललितपुर जनपद में रोहणी,जामिनी एवं सजनम बाध नहर प्रणालियों का आधुनिकीकरण एवं पुनरोद्वार कार्य कराये जायेगे।
मुख्य सचिव आज शास्त्री भवन सिथत अपने कार्यालय कक्ष के सभागार में उ0प्र0वाटर सेक्टर रीस्ट्रक्चरिंग परियोजना के द्वितीय चरण को समयबद्व कि्रयानिवत कराने हेतु विश्वबैक के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर रहे थे। उन्होने कहा कि विश्व बैक द्वारा दिए गए सुझावों पर समयबद्व रूप से कार्यवाही सुनिशिचत करायी जाये तथा परियोजना के कार्यो में तेजी लाने हेतु पर्याप्त स्टाफ की व्यवस्था करा दी जाय। उन्होने विश्व बैक द्वारा नरौरा बैराज के आधुनिकीकरण हेतु तकनीकी सहायता हेतु दिए गए प्रस्ताव पर समुचित कार्यवाही कराने के भी निर्देश दिए । उन्होने बताया कि इस परियोजना से 16 जनपद लाभानिवत होगे जिसमें निचली गंगा नहर प्रणाली से 12 जनपद-एटा, फिरोजाबाद, कासगंज, मैनपुरी, फरर्ूखाबाद, इटावा, कन्नौज, औरेया, कानपुर देहात, कानपुर नगर,फतेहपुर एवं कौशाम्बी तथा शारदा सहायक कमाण्ड के अन्र्तगत तीन जनपद- बारांबंकी, रायबरेली, अमेठी एवं बुन्देलखण्ड का ललितपुर जनपद शामिल हैं।
बैठक में प्रमुख सचिव, सिचार्इ श्री दीपक सिंघल, अध्यक्ष पैक्ट, श्री सुरेश चन्द्रा, विश्व बैंक के टीम लीडर श्री बिन्सटन यू सहित अन्य प्रतिनिधि एवं वरिष्ठ विभागीय अधिकारीगण उपसिथत थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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