वर्तमान मौसम में पशुओं को ठंड से बचाने के लिए सुबह-शाम पशुओं पर झूल डालें तथा रात में पशुओं को पशुघर के अन्दर बांंधें एवं पशुघर के खिड़की एवं दरवाजों को टाट-बोरी के परदे से या कडवी का टटटर बनाकर ढकें। पशुओं में गलाघोंटू व लंगडि़या बुखार का टीका लगवायें। यह सुविधा सभी पशुचिकित्सालयों पर उपलब्ध है।
उत्तर प्रदेश कृषि अनुसन्धान परिषद द्वारा किसान मण्डी भवन में आयोजित बैठक में, फसल सतर्कता समूह के कृषि वैज्ञानिकों द्वारा दी गर्इ सलाह के अनुसार किसान नवजात पशुओं के पेट में होने वाले कीड़ों से बचाने के लिए पशुओं की डी-वर्मिंग एवं सींगरोधन कि्रया स्थानीय पशु चिकित्सालय पर करवायें।
कृषि वैज्ञानिकों ने बताया कि पशुओं को स्वस्थ रखने के लिए उन्हें खनिज लवण एवं संतुलित पशु आहार अवश्य खिलायें। उन्होंने बताया कि पशुओं के लिए चारे की उपलब्धता बनायें रखने के लिए बोयी गयी चारा फसलों में सिंचार्इ करते रहें ताकि ठण्डे मौसम में फसलों की बड़वार प्रभावित न हो।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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