समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चौधरी ने कहा है कि समाजवादी पार्टी का यह कहना कि उसके खिलाफ कांग्रेस-भाजपा और बसपा मिलकर हमलावर है, बार-बार सच साबित हो रहा है। जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव की तारीखें नजदीक आती जा रही है, जनता में विपक्ष की तिकड़ी भ्रम फैलाने के काम में सक्रिय हो गर्इ है। समाजवादी पार्टी सरकार ने मुजफफरनगर के पीडि़तों की हर तरह से मदद की और अब ठंड में उन्हें जब सुरक्षित आवासों में पहुचाने की व्यवस्था की हैं तो विपक्षी नेता उनको भड़काने और बरगलाने में लग गए है।
कांग्रेस अपनी समस्याएं तो हल नहीं कर पा रही है। उसके प्रदेश अध्यक्ष अपनी कार्यकारिणी सालभर में भी गठित नहीं कर पाए हैं। उनका समाजवादी पार्टी पर आक्षेप किसी के गले उतरने वाला नहीं है। कांग्रेस न तो अभी तक प्रदेश स्तर पर अपना संगठन बना पार्इ है और नहीं लोकसभा चुनावों के लिए अपने नेता का ऐलान कर पार्इ हैं। कांग्रेस को दंगा पीडि़तों की चिन्ता है परन्तु उसके नेताओं ने अब तक नाम मात्र की भी मदद नहीं पहुचार्इ है। केन्द्रीय राहत आपदा की चर्चा ऐसे की जाती है जैसे देश-प्रदेश उनकी जागीर हो और वे अपने खजाने से पैसे बांटते हों।
जहां तक भाजपा की बात है वह तो अवसाद में डूबी हुर्इ है। दिल्ली में उसकी जो दुर्गति हुर्इ है उसकी काली छाया प्रदेश भाजपा पर भी पड़ रही है। गुजरात का विकास माडल अब हवा में है और भाजपा के तथाकथित पीएम प्रत्याशी मुसिलमों के नरसहांर का दाग अभी तक छुड़ा नहीं पाए हैं। जगह-जगह भाड़े की रैलियों से भाजपा का कोर्इ भला होनेवाला नहीं है।
कांग्रेस और भाजपा इन दोनों के साथ सत्ता सुख भोगने वाली बसपा को अभी तक जनता द्वारा तिरस्कृत किए जाने और समाजवादी पार्टी के सत्ता में आने का दर्द अभी तक भूला नहीं है। पांच साल तक बसपा राज में लूट मची रही। पत्थरों और जमीनों पर मोटा कमीषन वसूला जाता रहा। अवैध तरीकों से बटोरी गर्इ संपतित से ही संतोष न होने के कारण अब फिर बसपा की पूर्व मुख्यमंत्री के जन्म दिन पर चंदा वसूली कर काले धन को सफेद करने का गोरखधंधा चलनेवाला है।
बसपा को मुजफफरनगर के बारे में बोलने का कोर्इ नैतिक हक नहीं है। पीडि़तों के साथ झूठी हमदर्दी दिखानेवाले बसपा नेता ने वहां भड़काऊ भाषण दिए। यूपी के हालात पर चिंता जताने वाले बसपाइयों को यह नहीं भूलना चाहिए कि उनके भड़काने और भरमाने से ही पीडि़तों का दर्द बढ़ा है, अब घडि़याली आंसू बहाने से उन्हें कोर्इ फायदा नहीं होनेवाला है।
समाजवादी पार्टी सरकार ने मुजफफरनगर में राहत की जो तत्काल व्यवस्था की, उससे वहां सुरक्षा और विश्वास का वातावरण बना है। थोड़े से बचे लोग अब अपने घरों को वापस जाने की मन:सिथति में है। सरकार ने उन्हें हरसम्भव मदद का भरोसा दिलाया है। मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव स्वयं पीडि़तों की मदद की निगरानी करते रहे हंै और यह सुनिशिचत किया है कि जो पीडि़त परिवार है उन्हें ठंड में कोर्इ दिक्कत न हो। उनकी संवेदना के चलते ही प्रशासनिक व्यवस्था भी ठीक ठाक रही है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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