कारागार मंत्री एवं प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चौधरी ने कहा है कि उ0प्र0 की समाजवादी पार्टी सरकार जब भी जनता से जुड़ाव का कोर्इ कार्यक्रम करती है, विपक्षियों को परेशानी होने लगती है। 26 दिसम्बर, 2013 से 08 जनवरी, 2014 तक सैफर्इ इटावा में रणवीर सिंह स्मृति सैफर्इ महोत्सव का आयोजन हो रहा है। ग्रामीण अंचल की प्राचीन कला और संस्कृति को अक्षुण रखने के लिए यह कार्यक्रम होता है। इसके माध्यम से स्कूली बच्चों की सांस्कृतिक प्रतिस्पद्र्धाओं के अतिरिक्त कुश्ती, दंगल बैडमिंटन, बालीबाल के टूर्नामेन्ट भी आयोजित होते हैं। इस बहाने स्थानीय और जनपद की जनता भी कलाकारों की कला से परिचित होती है।
समझ में नहीं आता है कि प्रदेश में सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने की सरकार की योजना पर विपक्ष को क्या दिक्कत हो रही है। समाजवादी पार्टी प्रदेश के समग्र समावेशी विकास के लिए प्रतिबद्ध है। श्री मुलायम सिंह यादव ने अपने मुख्यमंत्रित्व काल में आंचलिक कला और संस्कृति के उत्थान के लिए प्रत्येक जनपद एव सैफर्इ महोत्सव की स्थापना की थी। सैफर्इ महोत्सव के फलस्वरूप कला-संस्कृति को नए आयाम मिले हैं। नए कलाकारों को उभरने का मौका मिला है। खेलकूद के विकास पर मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव का विशेष ध्यान रहता है। अभी सैफर्इ महोत्सव के प्रथम दिवस ओलंपिक पदकवीरों सर्वश्री विजय कुमार, गगन नारंग, शटलर सायना नेहवाल, पहलवान सुशील कुमार तथा योगेश्वर दत्त का सम्मान कर 50 लाख और 25 लाख रूपये से पुरूस्कृत कर स्वस्थ परम्परा का निर्वहन किया गया।
मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव संस्कृति, पर्यटन और खेलकूद के विकास के लिए बजट में भी पर्याप्त प्रावधान करते हैं। प्रदेश सरकार द्वारा जनपद कुशीनगर में मैत्रेय परियोजना का प्रारम्भ किया गया है। साहित्य संस्कृति कला एवं खेल आदि क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान करने के लिए यशभारती पुरस्कार दिया जाता है, जिसमें धनराशि 05 लाख से बढ़ाकर 11 लाख रूपए की गयी है। इसके अतिरिक्त राजापुर चित्रकूट में तुलसी स्मारक प्रांगण में लोहिया प्रेक्षागृह, आजमगढ़ में हरिऔधकला केन्द्र के भवन निर्माण तथा इलाहाबाद में श्री जनेश्वर मिश्र पुस्तकालय की स्थापना का भी निर्णय लिया गया है।
प्रदेष में पर्यटन एवं शिल्पकलाओं के विकास हेतु अवस्थापना सुविधाओं का सृजन किए जाने के लिए वर्श 2013-14, के बजट में 10 करोड़ रूपए की व्यवस्था है। उ0प्र0 सरकार की सबसे बड़ी उपलबिध प्रयाग में वर्ष 2013 में सम्पन्न कुंभ महापर्व है जिसमें करोड़ों लोगों की उपसिथति के बावजूद कानून और शांति व्यवस्था बनी रही। इस महाकुंभ की महा तैयारी की सफलता के बारे में अमेरिका जैसे विकसित देश में भी जानने की जिज्ञासा बनी रही। स्पष्ट हैै कि उत्तर प्रदेश के इस बढ़ते कदम पर विपक्ष की आलोचना केवल उनकी संकीर्ण मानसिकता का धोतक और विरोध के नाम पर अलोकतांंित्रक आचरण का परिचायक है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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