समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चौधरी ने कहा है कि हल्ला बहुत था मगर वाराणसी में भाजपा रैली में न तो शंखनाद सुनार्इ दिया और नहीं विजय की कोर्इ लहर दिखार्इ दी। जनता अब श्री मोदी के नाटकीय और ऊबाऊ भाषणो से निराश हो चली है। जनता की भारी भीड़ बदायू में आर्इ थी और पूरे जोशखरोश के साथ लोगों ने धरतीपुत्र श्री मुलायम सिंह यादव और मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव का अभिनंदन किया। वाराणसी में आरएसएस के स्वयंसेवको की प्रायोजित जमावड़ा़ थी जबकि बदायू में स्वत: स्फूर्त ढंग से लोग आए थे। मोदी की रैली में वही चेहरे थे जो पहले भी रैलियों में दिखते थे जबकि बदायू में किसान, नौजवान और मुसलमान, महिलाएं और समाज के हर वर्ग के लोग मौजूद थे। इसमें गांवो से आए अधिकांश गरीब किसान थे।
श्री नरेन्द्र मोदी के लिए हर समस्या का समाधान गुजरात है। 6 करोड़ की आबादी वाले प्रदेश की, जो पहले से ही उधोग सम्पन्न प्रदेश रहा है, की कहानी 22 करोड़ की आबादी वाले प्रदेश के लोगों को अटपटी लगती है। जिनकी देश की मूलभूत समस्याओं, विदेश और सुरक्षा आदि राष्ट्रीय मुददों पर कोर्इ सोच नहीं उनके हाथों में देश की बागडोर जाने की कोर्इ कल्पना भी नहीं कर सकता है।
वाराणसी की सभा में जिस तरह उत्तर प्रदेश को पिछड़ा और गरीब साबित करने की भाजपा नेता ने कुचेष्टा की वह प्रदेशवासियों का अपमान है। समाजवादी पार्टी की सरकार ने किसानों, नौजवानों और छात्राओं के हित की तमाम लाभदायी योजनाएं चलार्इ हैं उन्हें एक सांस में नकारकर श्री मोदी ने सच पर धूल डालने की साजिश की है।
गरीबी, मंहगार्इ, बेकारी और सीमा संकट से जूझ रहे भारत को भाजपा नेता सिर्फ सांप्रदायिकता की घुटटी पिलाना चाहते हैं जबकि समाजवादी पार्टी धर्मनिरपेक्षता और सबको साथ लेकर चलने की बात करती है। भाजपा ने कभी चौरासी कोसी परिक्रमा तो कभी संकल्प दिवस या शौर्य दिवस मनाने की बात कर प्रदेश की शांति व्यवस्था को बिगाड़ने का काम किया। मुजफफरनगर में भार्इचारे को बिगाड़ने की साजिश की। प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार ने कानून व्यवस्था को बनाए रखने में सख्ती बरती और सांप्रदायिक ताकतों के मंसूबों को सफल नहीं होने दिया। भाजपा झूठ के सहारे मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव की उपलबिधयों की अनर्गल आलोचना कर रही है। इन्हें किसानों के प्रति झूठी हमदर्दी दिखाने में संकोच नहीं होता है जबकि कांग्रेस की तरह भाजपा की नीतियां भी पूंजीपरस्त है।
सच तो यह है कि भाजपा और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ में हवार्इ बातें करने वाले अफवाहबाज नेता हैं जिनका जमीनी हकीकत से कोर्इ वास्ता नहीं है। इन लोगों ने चाय बेचने वालों, गरीबों, श्रमिको और किसानों को हमेशा धोखा दिया है। समाजवादी पार्टी गैरबराबरी और सांप्रदायिकता के खिलाफ प्रारम्भ से ही संधर्शशील रही है और उसके रहते सांप्रदायिक ताकतों को कहीं भी पैर जमाने का मौका नहीं मिलनेवाला है। लोकसभा चुनावों में भी इन्हें तीसरे चौथे नम्बर से ऊपर नहीं जाना है। समाजवादी पार्टी के पक्ष में जनता का भरोसा है। श्री मुलायम सिंह यादव धर्मनिरपेक्षता के प्रतीक पुरूष है और श्री अखिलेश यादव सक्षम मुख्यमंत्री हैं जो प्रदेश को प्रगति और विकास की ओर ले जा रहे है। समाजवादी पार्टी विकास के लिए प्रतिबद्ध है जबकि भाजपा की सभी चेष्टाएं विनाश की ओर प्रेरित करती है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com