सिटी मोन्टेसरी स्कूल द्वारा आयोजित ‘विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 14वें अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में प्रतिभाग हेतु विश्व के 60 देशों से पधारे न्यायविदों व कानूनविदों का लखनऊ की सरजमीं पर भव्य स्वागत हुआ। सी.एम.एस. कानपुर रोड आडिटोरियम में आयोजित इस भव्य ‘स्वागत समारोह में जहाँ एक ओर 60 देशों के मुख्य न्यायाधीशों, उच्चतम न्यायालय के न्यायमूर्तियों, कानूनविदों, शानित प्रचारकों व अन्य जानी-मानी हसितयों की उपसिथति ने लखनऊ का नाम विश्व पटल पर आलोकित किया तो वहीं दूसरी ओर सी.एम.एस. छात्रों ने इन प्रख्यात हसितयों के सम्मान में रंगारंग शिक्षात्मक-साँस्कृतिक कार्यक्रमों की इन्द्रधनुषी छटा बिखेर कर अनेकता में एकता का अभूतपूर्व प्रदर्शन किया। इससे पहले समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में पधारे मारीशस के राष्ट्रपति महामहिम श्री राजकेश्वर पुर्याग ने ‘एकता का दीप प्रज्वलित कर स्वागत समारोह का विधिवत उदघाटन किया तथापि सी.आर्इ.एस.सी.र्इ. के चेयरमैन फादर
डा. जोश आइकारा ने समारोह की अध्यक्षता की। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में उपसिथत लखनऊ के महापौर डा. दिनेश शर्मा ने गुयाना के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति कार्ल अशोक सिंह को बच्चों के हित में उनके अतुलनीय योगदान के लिए ‘लखनऊ नगर की चाभी भेंट कर सम्मानित किया व सी.एम.एस. संस्थापक व अन्तर्राष्ट्रीय मुख्य न्यायाधीश सम्मेलन के संयोजक डा. जगदीश गाँधी ने सभी अतिथिगणों का हार्दिक स्वागत किया।
स्वागत समारोह के मुख्य अतिथि मारीशस के राष्ट्रपति महामहिम श्री राजकेश्वर पुर्याग ने इस अवसर पर अपने सम्बोधन में कहा कि सिटी मोन्टेसरी स्कूल ने बच्चों के अधिकारों को लेकर जो आवाज पूरे विश्व में बुलन्द की है, वह प्रशंसनीय है। बेहतर हो कि विश्व के सभी देश मिलकर संसार को सुरक्षित बनाने के लिए सहयोग करें एवं भावी पीढ़ी को स्वच्छ व भयरहित समाज उपलब्ध कराने में ठोस पहल करें। समारोह के विशिष्ट अतिथि श्री दिनेश शर्मा, महापौर, लखनऊ ने अपने संबोधन में विश्वास दिलाया कि लखनऊ की जनता विश्व एकता के दीप को सदैव प्रज्जवलित रखेगी। स्वागत समारोह की अध्यक्षता करते हुए सी.आर्इ.एस.सी.र्इ. के चेयरमैन फादर डा. जोश आइकारा ने मानव अधिकारों के लिए सोचने व विश्व भर के मुख्य न्यायधीशों को एक मंच पर लाने के लिए सी.एम.एस. की प्रशंसा की और कहा कि बच्चे हमारा भविष्य हैं और उनका हित हमारे लिए सर्वोपरि होना चाहिए।
इससे पहले, आज अपरान्ह: सत्र में ‘विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 14वें अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में प्रतिभाग हेतु लखनऊ पधारे 60 देशों के 272 से अधिक मुख्य न्यायाधीश, न्यायाधीश व कानूनविद आज यहाँ आयोजित एक प्रेस कान्फ्रेन्स में पत्रकारों से मिले और इस ऐतिहासिक सम्मेलन के उददेश्यों पर विस्तृत चर्चा की। प्रेस कान्फ्रेन्स में पत्रकारों से बातचीत करते हुए तंजानिया के मुख्य न्यायाधीश माननीय न्यायमूर्ति श्री चांडे ओथमन ने कहा कि सी.एम.एस. द्वारा आयोजित इन अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन से विश्व सरकार गठित करने व अन्तर्राष्ट्रीय कानून व्यवस्था बनाने के लिए नर्इ प्रेरणा शकित मिलेगी जिससे हम आने वाले कल को सुधार सकेंगे और एक नर्इ विश्व व्यवस्था कायम कर सकेंगे। मेडागास्कर से पधारी न्यायमूर्ति सुश्री नेल्ली रोकोटोबे, प्रीमियर प्रेसीडेन्ट, सुप्रीम कोर्ट, मेडागास्कर ने कहा कि हमें विश्व स्तर पर कानून एवं विश्व सरकार बनाने के बारे में गंभीरता से सोचना चाहिए ताकि हम राष्ट्रीय स्तर से ऊपर उठकर विश्व के बच्चों का भविष्य संवार सकें। अर्जेन्टीना से पधारे न्यायमूर्ति डा. रिकार्डो ली रोस, जज, नेशनल सिविल कोर्ट आफ अपील एवं डायरेक्टर जनरल, ए.आर्इ.र्इ.जे., ने कहा कि हम यहाँ सम्पूर्ण विश्व में व्याप्त सामाजिक, आर्थिक एव राजनैतिक अन्याय व विषमताओं के विरुद्ध आवाज उठायेंगे एवं इस दुनिया को भावी पीढ़ी के लिए सुन्दर व सुखमय बनायेंगे। अफगानिस्तान सुप्रीम कोर्ट के कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति बहाउददीन बहा ने कहा कि इस अन्र्तष्ट्रीय सम्मेलन के माध्यम से सीएमएस विश्व के बच्चों के लिए एक नया भविष्य निर्मित कर रहा है साथ ही साथ शिक्षा के क्षेत्र में नये आयाम स्थापित कर रहा है। उन्होंने कहा कि आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है दुनिया के देशों में एकता की। हम केवल अपने बारे में न सोचें बलिक अपने पड़ोसी के बारे में भी सोचें। युगांडा के सुप्रीम कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति श्री बी. जे. ओडोकी ने कहा कि मानव के ज्ञान, रचनात्मकता एवं क्षमता से एक शानितपूर्ण विश्व की स्थापना निशिचत रूप संभव है, इसमें कोर्इ दो राय नहीं, बस जरूरत इस बात की है कि इस उददेश्य हेतु र्इमानदारी व खुले दिल से प्रयास किया जाए। इसी प्रकार जसिटस ओडोकी के विचारों से सहमति जताते हुए देश-विदेश से पधारे अन्य न्यायविदों ने भी ‘विश्व एकता को आज की सबसे बड़ी आवश्यकता बताया।
सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी श्री हरि ओम शर्मा ने बताया कि इस ऐतिहासिक सम्मेलन का विधिवत उदघाटन कल 14 दिसम्बर को प्रात: 9.00 बजे सी.एम.एस. कानपुर रोड आडिटोरियम में सुप्रीम कोर्ट आफ इणिडया की न्यायाधीश माननीया न्यायमूर्ति सुश्री ज्ञान सुधा मिश्रा करेंगी, जबकि उदघाटन समारोह की अध्यक्षता प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष श्री माता प्रसाद पाण्डेय करेंगे। उदघाटन समारोह से पूर्व देश-विदेश के पधारे प्रख्यात न्यायविद व कानूनविद विश्व के ढार्इ अरब बच्चों के सुरक्षित भविष्य के अधिकार को अपनी आवाज देने हेतु सी.एम.एस. छात्रों के विशाल ‘विश्व एकता मार्च में शामिल होंगे। यह विश्व एकता मार्च प्रात: 8.00 बजे पुरानी चुंगी से प्रारम्भ होकर सी.एम.एस. कानपुर रोड आडिटोरियम पर सम्पन्न होगा। ‘विश्व एकता मार्च लगातार दो दिनों तक 14 व 15 दिसम्बर को निकाला जायेगा। इसके अलावा मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव एवं माननीय विधानसभा अध्यक्ष श्री माता प्रसाद पाण्डेय देश-विदेश के माननीय न्यायविदों के सम्मान में क्रमश: 14 व 15 दिसम्बर को रात्रिभोज देंगे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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