भगवान बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर में भगवान बुद्ध की 200 फुट ऊंची कांस्य प्रतिमा की स्थापना हेतु 268.30 एकड़ क्षेत्र में फैली मैत्रेय परियोजना का शिलान्यास कल मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव करेंगे। कर्इ मायनों में यह अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर एक अभूतपूर्व स्मारक होगा और भविष्य में अन्तर्राष्ट्रीय पर्यटन का आकर्षण और पूर्वांचल में बड़े पैमाने पर रोजगार के नये अवसरों का स्रोत भी बनेगा।
सर्वोच्च अन्तर्राष्ट्रीय मानकों के आधार पर बनार्इ जाने वाली मैत्रेय परियोजना की स्थापना आगामी 1000 वर्षों तक अक्षुण्ण बनाये रखने के उददेश्य से इस पर 400 करोड़ रूपये का निवेश किया जा रहा है। इस परियोजना की घोषणा अफगानिस्तान में बामियान सिथत भगवान बुद्ध की मूर्ति तोड़े जाने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने की थी। राज्य सरकार एवं मैत्रेय प्रोजेक्ट ट्रस्ट के बीच 09 मर्इ, 2003 को इस परियोजना के लिए एम0ओ0यू0 निष्पादित किया गया था, जिसके अनुसार इस परियोजना का सम्पूर्ण व्यय मैत्रेय परियोजना ट्रस्ट करेगा और परियोजना की भूमि राज्य सरकार नि:शुल्क उपलब्ध करायेगी।
मैत्रेय परियोजना के अन्तर्गत भगवान बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली में प्रारमिभक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक के लिए एक भव्य अत्याधुनिक शिक्षण संस्थान की स्थापना का भी प्राविधान किया गया है। इसके साथ ही इस क्षेत्र में एक भव्य धर्मार्थ चिकित्सालय की स्थापना भी की जायेगी। परियोजना परिसर में विशाल ध्यान केंद्र (मेडिटेशन पवेलियन), फव्वारों से सुसजिजत एक भव्य आकर्षक एवं विशाल जलाशय, बच्चों के लिए पार्क, बौद्ध विहार एवं अतिथि गृह आदि का निर्माण किया जायेगा।
उल्लेखनीय है कि कुशीनगर में प्रदेश सरकार ने पर्यटन को बढ़ावा देने के उददेश्य से एक अन्तर्राष्ट्रीय हवार्इ अडडे की स्थापना का भी निर्णय लिया है। इसके लिए विगत 8 नवम्बर, 2013 को प्री-नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया गया है। शिलान्यास कार्यक्रम में विश्व विख्यात बौद्ध संत परम पूज्य लामा जोपा रिनपोषे सहित अनेक अन्तर्राष्ट्रीय, राष्ट्रीय तथा प्रदेश स्तर के अतिविशिष्ट व्यकित भाग ले रहे हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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