लखनऊ बी.एस.पी. की राष्ट्रीय अध्यक्ष, संसद (राज्यसभा) व बी.एस.पी. संसदीय दल की चेयरपर्सन एवं पूर्व मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश सुश्री मायावती द्वारा आज आयोजित प्रेस-वार्ता में कहा चारो राज्यों में चुनावी दौरे के लिये निकलने वाली हूँ लेकिन चुनावी दौरे पर जाने से पहले, मैने उत्तर प्रदेश में, अपनी पार्टी के संगठन के कार्यों की समीक्षा आदि करने के लिये कुछ समय देना बहुत जरूरी समझा है और यह कार्य मेरा कल से ही यहाँ युद्ध स्तर पर शुरू हो जायेगा,
हमारे काफी प्रयासों व संघर्ष के बाद मान्यवर श्री कांशीराम जी के सम्मान व यादगार में सिथत यह बहुजन प्रेरणा केन्द्र अब कुल मिलाकर लगभग डेढ़ या पौने दो एकड़ की जमीन में स्थापित हो गया है, जिसे पिछले कुछ दिनों से कुछ चैनल व अखबार इसे इस प्रकार से बहुत बड़ी न्यूज बनाकर दिखा रहे है जैसे हमने केन्द्र की सरकार से बहुत बड़ी जमीन मान्यवर श्री कांशीराम जी के आदर-सम्मान में बहुजन प्रेरणा केन्द्र स्थापित करने के लिये ले ली है, जबकि इससे पहले दिल्ली में ही कर्इ हसितयों के स्मारक व संग्रहालय लगभग 5 या 6 एकड़ की विशाल जमीन पर सरकारी बंगलों में ही बने हुये हैं।
आगामी 16वीं लोकसभा के आमचुनाव होने से पहले, कुछ राज्यों में इस समय विधानसभा के आमचुनाव होने की प्रक्रिया चल रही है और इनमें से चार राज्यों में अर्थात दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश, व छत्तीसगढ़ में हमारी पार्टी अकेले अपने बलबूते पर, पूरी तैयारी के साथ यह चुनाव लड़ रही है। इसके साथ ही, इस चुनाव में हमारी पार्टी का यह भी प्रयास रहेगा कि हमारी पार्टी इन चारों राज्यों के विधानसभा आमचुनाव में बैलेन्स आफ पावर बनकर उभरे और फिर उन प्रदेशों की आमजनता व खासकर, वहाँ के ग़रीबो एवं शोषितों के हितों में सही नीति बनाकर काम करने के लिये वहाँ की सरकारों को मजबूर करेे।
लेकिन हमारी यह बात, आप लोगों को आसानी से गले के नीचे से नहीं उतरेगी जबकि इस सम्दर्भ में आप लोगों को यह मालूम है कि उत्तर प्रदेश में भी शुरू में बी.एस.पी. को काफी हल्के में आँका जाता था, किन्तु सर्वसमाज के ग़रीबों व कमजोर वर्गोंं के बल पर पहले हमारी पार्टी यहाँ इस सिथति में बनी कि हमारी मजऱ्ी के बिना यहाँ कोर्इ भी सरकार नहीं बन सकती थी, अर्थात बी.एस.पी. पहले यहाँ बैलेन्स आफ पावर बनी और फिर अपनी मूवमेन्ट के बलबूते पर आगे मज़बूत होकर अपनी पूर्ण बहुमत वाली सरकार भी बनायी है और फिर हमने अपनी सरकार के दौरान यहाँ सर्वसमाज के हितों में हर स्तर पर अनेकों ऐतिहासिक कार्य भी करके दिखाये हैं, जिसके कारण अब यहाँ लोग यह कहने लगे हैं कि यूपी के इतिहास में बी.एस.पी. की सरकार यादगार हो गयी है।
ठीक इसी ही प्रकार के अनुभव को, इन चार हिन्दी भाषी राज्यों में भी दोहराने का हमारी पार्टी का पूरा-पूरा प्रयास रहेगा और इस प्रयास को सफल बनाने के लिये ही मेरा इन चारों राज्यों में शीघ्र ही दौरा शुरू होने वाला है, जिसकी तारीख के बारे में आप लोगों को भी समय पर जानकारी दे दी जायेगी।
समाजवादी पार्टी (सपा) की सरकार के कार्यकाल में उत्तर प्रदेश की अत्यन्त ख़्ाराब क़ानून-व्यवस्था एवं लचर व विफल शासन व्यवस्था के होने का सवाल है तो इस सपा सरकार की नाकामी की बदनामी ना केवल जग-ज़ाहिर है, बलिक उत्तर प्रदेश में व्याप्त जंगलराज व गुण्डा-माफियाराज के कारण यहाँ हर प्रकार के अपराधों में, जैसे लूट, डकैती, अपहरण, गुण्डाटैक्स माफियागिरी, हत्या, बलात्कार, महिला उत्पीड़न व भ्रष्टाचार तथा साम्प्रदायिक दंगे एवं तनाव आदि का लगातार बढ़ने के कारण ख़्ाासकर यहाँ ग़रीब, मज़दूर, व्यापारी एवं आमजनता का जीवन काफी ज़्यादा त्रस्त होकर विकास को भी लगातार बुरी तरह से प्रभावित करके प्रदेश को पीछे ढकेल रहा है, क्योंकि प्रदेश में जब तक शानित-व्यावस्था व अमन-चैन का वातावरण कायम नहीं होगा, तो तब तक, यहाँ विकास, व्यापार व उधोग-धंधे कतर्इ भी पनप नहीं सकेगें, जिससे फिर प्रदेश में ख़्ाासकर ग़रीबी एवं बेरोज़गारी की समस्या विकराल रूप धारण करती जायेगी। और ऐसी सिथति में फिर उत्तर प्रदेश पूर्ण रूप से पिछड़ा प्रदेश बन जायेगा।
और जहाँ तक उत्तर प्रदेश में सपा द्वारा अन्य पिछड़े वर्ग की 17 जातियों को अनुसूचित जाति की सूची में शामिल करने के लिये तथाकथित सामाजिक न्याय यात्रा निकाले जाने का मामला है, तो यह केवल इनका छलावा मात्र है। इसके साथ ही इस सम्बन्ध में हमारी पार्टी का यही कहना है कि विश्व हिन्दू परिषद की तरह ही, इस प्रकार की यात्रायें निकालने से पहले सपा और सपा सरकार को उस अपराध के लिये यहाँ ओ.बी.सी. समाज के लोगों से सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिये, जो उन्होंने अपने पिछले शासनकाल में शासनादेश जारी करके इन पिछड़े वर्ग की जातियों के लोगों को आरक्षण की सुविधाओं से काफी लम्बे समय तक वंचित करके रखा था, क्योंकि माननीय न्यायालय ने इनके उस शासनादेश को गैर-कानूनी व असंवैधानिक घोषित कर रदद कर दिया था। बाद में फिर बी.एस.पी. सरकार बनने पर उस अवैध शासनादेश में सुधार करके पिछड़े वर्ग की उन जातियों के लोगों को शिक्षा एवं सरकारी नौकरी में आरक्षण की सुविधा को बहाल किया गया था।
इसके साथ-साथ, आप लोगों को यह भी मालूम है कि अब देश में लोकसभा के आमचुनाव होने का समय भी काफी क़रीब आता जा रहा है लेकिन वर्तमान में पूरे देश में ऐसा माहौल बनाने का प्रयास किया जा रहा है जैसे कि कांग्रेस और बी.जे.पी. के सिवाय यहाँ अन्य कोर्इ दूसरी पार्टियाँ है ही नहीं, जो कि यह सरासर ग़लत है, क्योंकि आज के माहौल में कांग्रेस व बी.जे.पी. दोनों में से कोर्इ भी पार्टी देश के लोगों की पहली मुख्य पसन्द नहीं है। और इसका कारण यह है कि देश के लोगों ने आजादी के बाद से लेकर, अब तक ज्यादातर समय में इन्हीं दोनों पार्टियों की सरकारों को परखने के लिये मौक़ा दिया है, और इन दोनों ही पार्टियों की केन्द्र की सरकारों ने हर स्तर पर, यहाँ की जनता को बहुत ही ज़्यादा मायूस किया है।
और इतना ही नहीं बलिक भाजपा के लोग आज अपनी रैलियों में ज्यादातर टिकटार्थियों की भीड़ इकठठा करके देश की सभी समस्याओं के समाधान करने की जो बड़ी-बड़ी बातें करते घूम रहे हैं तो यह सब इन्होनें उस समय क्यों नहीं किया था, जब लगभग छह वर्षों तक केन्द्र में इनकी ही पार्टी के नेतत्व की यहाँ सरकार रही थी और तब तो इनके तमाम बड़े-बड़े नेता भी उस समय केन्द्रीय मंत्रिमंण्डल में शामिल थे।
इसके साथ ही, देश में आगामी लोकसभा आमचुनाव के सम्बन्ध में, यहाँ मैं यह बात भी आज ही एडवान्स में जरूर स्पष्ट कर देना चाहती हूँ कि हमारी पार्टी पूरे देश में किसी भी पार्टी के साथ किसी भी प्रकार का कोर्इ भी चुनावी समझौता करके यह चुनाव नहीं लड़ेगी अर्थात हमारी पार्टी पूरे देश में, पूरी तैयारी के साथ, अकेले ही अपने बलबूते पर आगामी लोकसभा का आमचुनाव लड़ेगी।
कांग्रेस उपाध्यक्ष (श्री राहुल गाँधी) के इस बयान पर कि सुश्री मायावती जी दलित नेतृत्व को उभरने नहीं देती हैं, इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहाकि उनको दलित नेतृत्व पैदा करने से किसने रोका है। वे एक नहीं हजार दलित नेतृत्व अपनी पार्टी में पैदा करके दिखायें।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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