समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता एवं कैबिनेट मंत्री श्री राजेन्द्र चौधरी ने बताया है कि गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी जर्मनी के तानाशाह हिटलर के मंत्री गोयबल्स के नए अवतार बन रहे हैं। एक छोटे से प्रदेष के विकास की झूठी कहानियां सुनाकर उत्तर प्रदेश की जनता को गुमराह करने में लगे हैं। उनकी रैलियां और सभाएं कारपोरेट दुनिया द्वारा प्रायोजित हैं और उन पर अनापशनाप तरीके से धन खर्च हो रहा हैं। उत्तर प्रदेश की 22 करोड़ की जनता 6 करोड़ की आबादी वाले गुजरात की कहानी से प्रभावित होनेवाली नहीं है क्योंकि उसे पर्दे के पीछे की हकीकत पता है। मुसलमानों का वहां जैसा कत्ले आम हुआ, उसे कैसे भुलाया जा सकता है। आज भी गुजरात में धर्मनिरपेक्षता दफन है।
अपनी बहराइच रैली में भाजपा ने जिस तरह उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी सरकार द्वारा छात्र-छात्राओं को दिए गए लैपटाप का दुरूपयोग किया है, वह पूर्णतया अनैतिक और निदंनीय है। मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने लैपटाप बच्चो को पढ़ार्इ और दुनिया की हलचलों से वाकिफ होने के लिए दिया था लेकिन भाजपा ने बच्चो के लैपटाप छीनकर अपनी पार्टी की रैली में प्रचार के लिए उनका गलत ढंग से प्रयोग किया। लैपटाप पर मुख्यमंत्री जी एवं नेता जी के चित्रों की जगह नरेन्द्र मोदी का चित्र लगाना किसी भी तरह उचित नही ठहराया जा सकता है। इसकी जांच होगी और जो भी दोशी होगा उस पर सख्त कार्यवाही होगी।
मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने डेढ वर्ष की अवधि में उत्तर प्रदेश को विकास की पटरी पर पहुचाया और पर्यटन पर्यावरण की दृषिट से लायन सफारी भी उसका एक अंग है। लायन सफारी का जिक्र करके श्री मोदी ने अपने ओछापन का परिचय ही दिया है। श्री मोदी को किसानों की कर्ज माफी, मुफती सिंचार्इ, मुफत पढ़ार्इ-दवार्इ, बेकारों को भत्ता, युवाओं को लैपटाप जैसी योजनाओं की जानकारी करनी चाहिए जिसे दूसरे राज्य भी अपनाने को बाध्य हो रहे हैं। भाजपा का किसानों से कोर्इ लेना देना नहीं है।
बहराइच में नरेन्द्र मोदी सभा में न किसान न मुसलमान न आम गरीब आदमी सिर्फ आरएसएस वालंटियर्स की भीड़ थी। इससे वे इतना कुंठित हो गए थे कि उन्होने समाजवादी पार्टी को कांग्रेस और बसपा के साथ जोडकर अपने वोट बैंक को साधने की असफल कोशिश की जबकि प्रदेश की जनता जानती है कि समाजवादी पार्टी ने ही बसपा के पांच साल के अंधेराराज के खिलाफ लगातार संघर्ष कर उसे सत्ता से बाहर किया हैं। कांग्रेस को केन्द्र में समाजवादी पार्टी ने समर्थन गुणदोष तथा सांप्रदायिकता की खिलाफत के कारण दिया है। समाजवादी पार्टी ही भाजपा, आरएसएस, विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल जैसे दलों की सांप्रदायिक रीति नीति का सफलता से विरोध करती आर्इ है। केन्द्र में भाजपा-एनडीए को सत्ता में आने से रोकने का काम समाजवादी पार्टी ने ही किया है और आगे भी उन्हें सफल नहीं होने देगी।। उत्तर प्रदेश में किसी को भी सांप्रदायिकता फैलाने का अधिकार नहीं हो सकता हैं जो भी करेगा, उसकी सही जगह जेल ही है। भाजपा नेताओं को अगर जरा भी लोकलाज होती तो भोली भाली जनता को सांप्रदायिकता के आग में नहीं झोंकते ?
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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