भारतीय जनता पार्टी ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के मुजफ्फरनगर में कड़ी कार्यवाही के दावे को खोखला बताया। प्रदेश भाजपा प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि दो माह में सामाजिक वैमन्स्य खेतों तक पहुंच गया। बेटियों ने स्कूल जाना बंद कर दिया है। सत्ता पक्ष के लोग मदरसों में खुलेआम तकरीर कर रहे है। जाति और मजहब के आधार पर कार्यवाही करती पुलिस अमन चौन का वातावरण बनाने में नाकामयब रही है। दंगों के आरोपों की जद में आये मौलाना नजीर को राज्य अतिथि के रूप में सुविधा मुहैया कराने वाली सरकार भाजपा नेताओं पर रासुका में कार्यवाही करती है। लगातार एक पक्षीय कार्यवाही के विरोध में आज भाजपा के प्रतिनिधि मण्डल ने डी0जी0पी0 से मिल अपना विरोध दर्ज कराया।
पार्टी के राज्य मुख्यालय पर शुक्रवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बयान की सियासीदल भेदभाव का आरोप लगा रहे है, पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि लगातार मुजफ्फरनगर में भेदभावपूर्ण ही कार्यवाही हो रही है। इस भेदभाव पूर्ण कार्यवाही के विरोध में पार्टी का एक प्रतिनिधि मण्डल सोहन वीर सिंह पूर्व सांसद, सुधीर बालियान पूर्व मंत्री, अशोक कंशल पूर्व विधायक, जिलाध्यक्ष सत्यपाल पाल के नेतृत्व में मुजफ्फरनगर में कैम्प कर रहे राज्य के पुलिस प्रमुख देवराज नागर से मिला। प्रतिनिधि मण्डल ने सरकार की एकतरफा कार्यवाही का विरोध किया। फौजी राजेन्द्र सिंह के हमलावरों पर कार्यवाही के बजाय उन्हें और उनके परिजनों को ही गिरफ्तार किये जाने पर विरोध दर्ज कराया। फगुना थाना क्षेत्र में मोटर साइकिल सवार दंपतित पर हुए हमले में अब तक कोर्इ कार्यवाही न होने पर आक्रोश व्यक्त किया गया। गलत रूप से फर्जी नामजदगी करके आनवश्यक लोगों को फंसाये जाने का आरोप लगाते हुए लोगों ने कहा कि यह जो अज्ञात का खेल खेल पुलिस आम नागरिकों का उत्पीड़न कर रही है वह सर्वथा अनुचित है।
श्री पाठक ने मुजफ्फरनगर हिंसा के लिए सरकार की नीतियों को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा मुजफ्फरनगर में नकाबपोश हत्यारो के पीछे कौन है? मुजफ्फरनगर, शामली, बागपत में जानकारी के अनुसार 20 से ज्यादा हत्याएं नकाबपोश हत्यारों द्वारा की जा चुकी है। लगातार पशिचमी उत्तर प्रदेश में भय और आतंक का वातावरण है पूरी सरकारी मशीनरी अमन चैन का वातावरण बनाने में नाकामयब रही नतीजा राज्य के ए.डी.जे कानून व्यवस्था को कहना पड़ा कि मुजफ्फरनगर में तो कभी हालात सामान्य थे ही नही। पुलिस प्रमुख ने पिछली बार हुर्इ घटनाओं पर भी कहा था कि पुलिस की नाकामी रही, इस बार फिर ताजा साम्प्रदायिक तानाव को पुलिस की नाकामी का नतीजा बताने वाले अपनी जिम्मेदारियों से कैसे बच सकते है जब वह खुद प्रमुख है।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा मुजफ्फरनगर, शामली में हुर्इ घटनाओं में जिन किसानों का नुकसान हुआ, जिनके ट्रक्टर जलाये गये, नलकूप उखाड़ दिये गये, जिनके गन्ने की खड़ी फसलों में आग लगा दी गर्इ, काट दी गर्इ, पापुलर की खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचाया गया। उन पीडि़त किसानों के नुकसान की भरपार्इ कौन करेंगा? पूरा प्रशासनिक अमला राहत शिवरों की देखरेख और अब 18सौ मुसलमान परिवारों को सहायता राशि देने मे जुटा है। आखिर बहुसंख्यक समाज के लोग कहा जाये।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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