भारतीय जनता पार्टी ने सपा की रैली को सरकारी खर्च पर किया गया फ्लाप शो बताया। पार्टी प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता का दबाव पूरी रैली पर था, इसलिए पहले तो यह तनाव था कि रैली मोदी की रैलियों से बड़ी हो, फिर रैली में बजाय इसके की अपनी उपलबिधयों का बखान करते वक्ताओं के निशाने पर मोदी थे।
मंगलवार को पार्टी मुख्यालय पर प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने आजमगढ़ में हुर्इ सपा की रैली पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा सपा के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव कहते है कि जो लोग रैलिया कर रहे थे, वे आकर देख ले कितनी बड़ी रैली है जाहिर है मोदी की रैलियों से बड़ी रैली करने का जो दबाव था, वह भाषणों में परिलक्षित हुआ। अखिलेश यादव से इस राजनैतिक रैली में अपेक्षा थी कि उनके कुशासन से आजमगढ़ मे जो 46 मौते अवैध शराब के कारण हुर्इ उनके लिए राहत और मुआवजे की घोषणा करेंगे, पर वहां का स्थानीय व्यकित भी निराश हुआ। आधारहीन तथ्य प्रस्तुत कर आरोप लगाने की बजाय वह यह बताते की चुनावी वादे क्यों नही पूरे हो पाये। 100 से ज्यादा दंगों के लिए दोषी कौन? छात्रसंघो के चुनाव की प्रक्रिया क्यों नही हो पायी, युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देने की बात करने वाले यह क्याें नही बता पाये की 18 महीनों में बेरोजगारों को रोजगार देने के लिए क्या-क्या कदम उठाये गए? हार्इस्कूल पास छात्रों को टेबलेट देने का जो वादा हुआ उसका क्या हुआ? 15 लाख लैपटाप बटने थे क्यो नही बट पाए।
उन्होने कहा समाजवादी पार्टी में चल रहा वर्चस्व का संघर्ष आज मंच पर भी देखने को मिला नारा लिख था - जागों समाजवादी जाहिर है मूल समाजवादी और नएं समाजवादीयों में जो सत्ता संघर्ष चल रहा है, यह उसकी बानगी है। नारो के विपरीत आचरण करती समाजवादी पार्टी मंच पर देश बचाओं देश बनाओं का नारा लिखती है और उसके मुखिया देश में मुसलमानों के योगदान पर चर्चा करते है। जब किसान की चर्चा हो गयी तो मुसलमान की अलग से चर्चा क्याें? क्या मुसलमान किसान नही है? किसान की कोर्इ जाति होती है क्या?
श्री पाठक ने कहा कि राजनैतिक जंग में तुलना मोदी से करने के लिए पहले समाजवादी पार्टी उस तरह के मैदान का तो चयन कर लिया करें। देश भर में दर्जनभर से ज्यादा बड़ी रैलियां कर चुके मोदी, सपा प्रमुख को केवल टी.वी. में ही दिखते है। रैली में भीड़ जुटाने के लिए पूरे सरकारी तंत्र को लगाने के बाद भी साधन संसाधन झोकने के बाद पुर्वांचल की इस रैली में मोदी की चेन्नर्इ की रैली से भी कम भीड़ जुटी। मंच से दावे बहुत हुए पर भीड़ नदारत थी। जिस तरह भीड़ के दावे का मुगालता सपा पाल रही है, उसी तरह उत्तर प्रदेश में जीत का भी मुगालता पाले है।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा जिन 17 पिछड़ी जातियों के नाम पर न्याय दिलाने के लिए न्याय यात्रा का ढखोसला किया गया। उन जातियों को न्याय दिलाने और समाजवादी पार्टी सरकार में उनके लिए किये गये कामों का जवाब नही दिया गया। जो सवाल इन न्याय यात्रा के दौरान अति पिछड़े लोगों ने किये उनके उत्तर सत्तारूढ़ दल नही दे सका।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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