हरदिल अजीज जनाब यह शावक आपको….आदाब…. कहता है। कितना अनुभूति पूर्ण है वह एक छड़ का आपके द्वारा स्टोरी आर्इडिया का अवलोकन करना। कितने संतोष से भरा है। निर्वात ने अज्ञात भाव से मानो लू से तपी हुर्इ वसुधा को क्षितिज के निर्जन में सांयकालीन शीतल आकाश से मिला दिया हो।
श्रीमान जी मेरे द्वारा किया गया सिट्रंग आपरेशन जिसका स्टोरी आर्इडिया आपके समक्ष प्रस्तुत कर रहा हूं। इस उम्मीद के साथ कि आपके सुझाव एवं आदेश मेरे लिए अनमोल है। आपका शिष्य इस विषय पर आपके दृषिटकोण परख राय एवं आदेश हेतु तहेदिल से प्रतिक्षारत
है।
मध्यप्रदेश के सिंगरौली जिले का सीमांचल जिला है सोनभद्र जो उत्तर प्रदेश में पड़ता है। उक्त जिला देश भर में विधुत उत्पादन से कम खनन उधोग से अधिक प्रसिद्ध (नटोरियस) है। यहां पर अवैध खनन धड़ल्ले से किया जाता है। क्रेशर प्लांट, पत्थर खदानें एवं नदी से निकलने वाली बालू के इस अवैध खेल में नीचे से लेकर ऊपर तक सभी संलिप्त हैं। यहां पर बसपा शासनकाल से ही अवैध खनन जोर-शोर से चल रहा है। जो सपा शासनकाल में भी बदस्तूर जारी है। इस अवैध खनन के खेल में शासन को जो पैसा जाता है उसे अवैध खनन में वीआर्इपी के नाम पर अतिरिक्त के रूप में वसूला जाता है। जो हर महीने वीआर्इपी के रूप में करोड़ों रूपये का होता है। खुला खेल फरूक्काबादी की तर्ज पर खेले जाने वाले इस खेल को देखकर मैने इस गोरखधंधे को बेनकाब करने के लिए सिट्रंग आपरेशन किया। जिसे निम्न बिन्दुओं के तहत मै आपके समझ पेश कर रहा हूं।
1. इस सिट्रंग आपरेशन में सोनभद्र जिले का खनन अधिकारी, तीन सर्वेयर, मिर्जापुर का माइंस सर्वेयर, जिला प्रदूषण अधिकारी, रेंजर एवं डीएफओ का बयान रिकार्ड है। उक्त बयान आडियो एवं वीडियो दोनो रूप में है।
2. बड़े पैमाने पर हो रहे अवैध खनन की रिकार्डिंग एवं नदी से पोकलैण्ड मशीन से निकाले जा रहे बालू की रिकार्डिंग।
3. सिट्रंग आपरेशन में जिला खनन अधिकारी का बयान है कि अवैध खनन सूबे के खनन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति करा रहे हैं। उनका प्रतिनिधि अमरेन्द्र सिंह उर्फ पिन्टू सिंह खनन का कार्य देखता है। मुख्यमंत्री जी की सहमति से अवैध खनन को मैनेज करने के लिए मीडिया को प्रत्येक महीना पैसा दिया जाता है। पहले चिकारा कंपनी खनन का कार्य देख रही थी। अब मंत्री जी ने खनन का कार्य अपने हाथों में ले लिया है सिर्फ बालू में ही 20 प्रतिशत चिकारा का हिस्सा रह गया है। बसपा शासन में खूब अवैध खनन हुआ। उस पीरियेड में सब खोद ही लिया गया तो अब बचा क्या है। जिले में जो भी खनन हो रहा है वह अवैध है। मायावती के पीरियेड में खूब वीआर्इपी का पैसा जा रहा था। इस सरकार में कम जा रहा है। अखबार में अवैध खनन के खिलाफ जो भी खबरें छप रही हैं वह सही हैं। ”उक्त सभी बयान है जिला खनन अधिकारी सोनभद्र का।
4. खनन विभाग में मीडिया मैनेज घोटाला हुआ था। जिसमें विभाग एक माह का मीडिया मैनेज मद का पैसा न बांटकर स्वयं हजम कर गया था। इस पर खान अधिकारी का बयान है कि जांच करने पर बारह लाख की गड़बड़ी सामने आयी। इसे घोटाला नहीं कहेंगे। क्योंकि ये विभाग द्वारा सभी को दान दिया जाने वाला पैसा था। इसे घोटाला या घपला नहीं कह सकते। इस घपले के लिए विभाग के एक सर्वेयर पर दूसरे सर्वेयर ने आरोप लगाया था। उस सर्वेयर का कहना है कि एक माह का मीडिया मैनेज का पैसा जो चिकारा कंपनी देती है उसे मीडियाकर्मियों को न बांटकर शुक्ला सर्वेयर खूद हजम कर गया। उक्त सभी बातें थ्रीसीसीडी कैमरे के द्वारा मिनी डीवीडी कैसेट में रिकार्ड की गयी है। आडियो, वीडियो दोनो स्पष्ट है। कैसेट बिल्कुल नर्इ है उसमें बिना काट-छाट किये सीधे रिकार्डिंग की गयी है। ताकि जांच में किसी प्रकार की त्रुटि न आने पाये। इसका विशेष रूप से ध्यान रखा गया है।
5. डीएफओ राबर्टसगंज का कहना है कि अगर मुझे नोएडा में नियुक्त कर दिया जाय तो मै वहां काम नहीं करूंगा। छुटटी चला जाऊंगा। इस अवैध खनन का पैसा मायावती सरकार में जाता था। आपके मुलायम सिंह पैसा लेते हैं। आपके पत्रकारों को भी पैसा मिलता है। पूरा तंत्र खनन के इस अवैध कमार्इ को लूट रहा है।
6. सर्वेयरों का कहना है कि मंत्रीजी के सहमति से अवैध खनन हो रहा है। खनन में एमएम11 के अतिरिक्त वीआर्इपी के रूप में जो अवैध वसूली की जाती है उसमें दस चक्का बालू पर 1200 रूपये वीआर्इपी एवं दस चक्का गिटटी पर 700 रूपये वीआर्इपी के रूप में लिया जाता है। जिसे ऊपर से लेकर नीचे तक बांटा जाता है। जगह-जगह खनन बैरियर पर लोड ट्रकों से 50 रूपये अतिरिक्त वसूला जाता है। करोड़ों रूपये मंत्री जी को पहुंचाया जाता है। खनन अवैध होता है तभी तो मीडिया को पैसा दिया जाता है। नीचे से ऊपर तक पैसा बंटता है। उक्त सभी बातें खनन विभाग के सर्वेयरों ने बयान की है।
7. एक खनन माफिया का बयान कि मुख्यमंत्री एवं खनन मंत्री से लेकर सभी खनन में अवैध रूप से करोड़ों रूपये वीआर्इपी के रूप में हर माह लेते हैं।
8. जिला प्रदूषण अधिकारी का कहना है कि खनन के लिए किसी प्रकार की एनओसी नहीं ली गयी है। बिना एनओसी के जिले में खनन हो रहा है। मुख्यमंत्री ने पूरे प्रदेश के खनन को फर्जी तरीके से चिकारा कंपनी को सौंप दिया है।
9. समय-समय पर जो जांच टीम आती है उस पर खान अधिकारी एवं सर्वेयरों का रिकार्डेड बयान है कि वह सिर्फ दिखावे के लिए किया जाता है। ताकि खनन चलता रहे।
10. सत्तापक्ष के सांसद का बयान है कि प्रदेश में अंधेरगर्दी मची है। मायावती चोरनी थी वह 60 प्रतिशत लेती थी खनन में मुलायम सिंह अब 80 प्रतिशत ले रहे हैं। यह तो महाचोर है। हमारे तो सभी पार्टी से संबंध हैं। बहन जी भी हमको बुलाती हैं। हम तो किसी भी पार्टी में जा सकते हैं।
11. खनन विभाग के एक सीनियर सर्वेयर का बयान है कि शासन से चार लोगों की एक टीम बनी थी जो दुर्गा शकित नागपाल की जांच करने के लिए बनी थी। जिसमें मै भी एक जांच सदस्य के रूप में गया था। जिस वक्त मसिजद की दीवार गिरायी गयी थी उस वक्त दुर्गा शकित नागपाल डीएम के साथ उनके कार्यालय पर मीटिंग में थी। डीएम ने भी शासन को यहीं लिखकर भेजा था। इसीलिए डीएम को भी हटा दिया गया था। दुर्गा शकित नागपाल बेकसुर थीं। सपा के एक बालू माफिया विधायक भाटी के कहने पर सपा सरकार ने उसे बलि का बकरा बनाया था।
नोट- बिन्दु पांच से लेकर बारह तक कि स्पष्ट आडियो वीडियो रिकार्डिंग स्पार्इस कैमरे (चाभी का छल्ला) से की गयी है।
थ्रीसीसीडी कैमरे से अवैध खनन का विजुअल एवं लोगों की बार्इट है। ब्लासिटंग का, ओवरलोड ट्रकों का, ट्रक ड्रार्इवरों का बयान एवं एडीएम की बार्इट की मेरे संज्ञान में आया है कि अवैध खनन एवं ब्लासिटंग की जा रही है। इसकी जांच कराकर उचित कार्रवार्इ की जायेगी। खनन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के प्रतिनिधि अमरेन्द्र सिंह उर्फ पिन्टू सिंह की कार खान अधिकारी के बंगले में एवं उसके ड्रार्इबर का बयान। इसके साथ ही चिकारा कंपनी के मैनेजर का बयान की शासन को एडवांस पांच प्रतिशत देकर खनन व्यवसाय लिया गया है। पहले हम लोगों ने लिया था लेकिन बीच में मंत्री जी स्वयं देखने लगे थे। चला नहीं पाये इसलिए मुख्यमंत्री ने पुन: हमें दे दिया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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