भारतीय जनता पार्टी ने पिछड़ो के खैरखाह होने का ढीढोरा पीट रही समाजवादी पार्टी से सवाल किया की आखिर अखिलेश सरकार द्वारा संचालित ßहमारी बेटी उसका कलß योजना में पिछड़े वर्गो की भी हिस्सेदारी क्यों नही? प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने समाजवादी पार्टी पर पिछड़ों के प्रति घडि़याली आंसू बहाने का आरोप लगाते हुए कहा कि अखिलेश सरकार की ढुलमुल नीतियों के कारण पिछड़े वर्ग के नौजवान नौकरियों के लिए परेशान है। राज्य के कर्इ विभागों में हजारों-लाखों की संख्या में पद रिक्त है। नौजवान इन रिकितयों की प्रत्याशा में रोजगार दफ्तारों में मारे-मारे फिर रहे है।
पार्टी मुख्यालय पर मंगलवार को पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रदेश प्रवक्त विजय बहादुर पाठक ने कहा कि पिछड़ों के आरक्षण को लेकर सरकार की नीतियों के कारण प्रदेश में जबर्दस्त तनाव की सिथति है। पहले बिलावजह सामाजिक वैमन्स्य बढ़ाने के लिए त्रिस्तरिय आरक्षण फिर वह रदद होना सामाजिक तनाव का कारण बन गया। साथ-साथ रह रहे छात्र नौजवानों में वैमन्स्य की सिथतियों का निर्माण हुआ। अखिलेश सरकार की नीतियों की वजह से प्रदेश में छात्र दो गुटों में बट गये। आरक्षण समर्थक और आरक्षण विरोधी। नतीजा हुआ दोनो वर्ग के छात्रों को लगा उनका हक मारा गया। आरक्षण को लेकर आज भी मोर्चे बंदी जारी है।
उन्होने कहा कि इसी तरह नौकरियों में आरक्षण के संदर्भ में मा0 उच्च न्यायालय ने आरक्षण की व्यवस्था को लेकर अपनी राय रखी और सरकार से अपेक्षा की कि सरकार उन परिसिथतियों पर विचार करे जिनमें जो लोग आरक्षण पाने से वंचित रह गया उन्हे पहले आरक्षण का लाभ मिले इसकी व्यवस्था की जाये। भारतीय जनता पार्टी की सरकार के समय यशस्वी और लोकप्रिय मुख्यमंत्री राजनाथ सिंह जी ने समाज में आरक्षण पाने से वंचित पिछड़े तबके के लोगों को आरक्षण का समुचित लाभ मिल पाये इसके लिए समाजिक न्याय समिति का गठन किया। समाजिक न्याय समिति की संस्तुतियों के आधार पर आरक्षण की व्यवस्था से स्वाभाविक है आरक्षण की मूल अवधारणा को बल मिलता है और सामाजिक रूप से पिछड़ी जातियों का जीवन स्तर उठ सके इसमें सहायता होती। पर राजनैतिक सवार्थो के नाते सामाजिक न्याय समिति की संस्तुतियों को लागू करने से बचती सरकारों ने आरक्षण के नाम पर राजनीति तो खूब करी, पर जब हिस्सेदारी देने की बात आती है तो कहीं न कहीं आश्चर्यजनक चुप्पी की ओर अग्रसर हो जाती है।
श्री पाठक ने कहा कि जिन 17 जातियों को अनुसूचित जाति में शामिल करने की वकालत करते हुए समाजवादी पार्टी यात्राएं और रैलियों का आयोजन करने जा रही है। अखिलेश सरकार यह क्यों नही बताती कि अपने स्तर से इन जातियों का वर्तमान व्यवस्था में जीवन स्तर ऊचा उठ सके, उसमें इन्हें समुचित भागीदार मिल सके इसके लिए क्या प्रयास किए? केन्द्र की सरकार का तो समाजवादी पार्टी का समर्पण रूपी समर्थन है। फिर जिन विषयों को लेकर यात्रा और आंदोलन चलाने की बात की जा रही है उसके लिए क्या प्रयास किये?
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि वास्तव में अखिलेश सरकार की नाकामियों से परेशान समाजवादी पार्टी लगातार आम जन से जुड़े विषयों का विषांतर करने में जुटी है। अब पिछड़ों के नाम पर यह राजनैतिक ढोंग उसी कड़ी का हिस्सा है। न तो ये पिछड़ों को उनका हक देना चाहती है न ही उन्हे भागीदारी देना चाहते है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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