आंध्र प्रदेश के पूर्व राज्यपाल नारायण दत्त तिवारी ने कहा है कि सक्रिय राजनीति में लौटने का उनका इरादा नहीं है और वह इन दिनों आत्मकथा लिख रहे हैं। विश्व पुस्तक मेला में पहुंचे तिवारी ने कहा, ”मैं सक्रिय राजनीति में लौट नहीं रहा हूं। इन दिनों मैं रचनात्मक राजनीति कर रहा हूं।”
कथित सेक्स स्कैंडल में शामिल होने के मामले पर पूछे गए सवाल पर तिवारी ने चुप्पी साध ली। उन्होंने कहा, ”मैं इस मुद्दे पर कुछ नहीं बोलना चाहता।” आत्मकथा के बारे में तिवारी ने कहा, ”आत्मकथा आधी लिखी जा चुकी है। साल के अंत में इसे प्रकाशित कर दिया जाएगा। मैंने इस संबंध में तीन वर्ष पूर्व प्रकाशन कंपनी रूपा एंड कंपनी से करार किया था।”
तिवारी ने कहा, ”पुस्तक में आप मेरे बचपन से अब तक की जिंदगी को पढ़ पाएंगे। मैंने किताब के कुछ अंशों को खुद लिखा है और अब बोलकर दूसरे से लिखवाता हूं।” पूर्व राज्यपाल ने कहा, ”मेरी जिंदगी में किताबों का विशेष महत्व रहा है। मैं बाल्यावस्था से ही किताबें पढ़ता रहा हूं। स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा लेने की प्रेरणा मुझे किताबों से ही मिली और बाद में सक्रिय राजनीति में शामिल हुआ। किताबों ने ही मुझे आगे बढ़ने की सीख दी। ”
कि तिवारी केंद्र में कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं। वह उत्तर प्रदेश के भी मुख्यमंत्री भी रहे। बाद में उत्तराखंड के गठन के बाद वह वहां के भी मुख्यमंत्री बने। उन्हें 19 अगस्त 2007 को आंध्र प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया था, लेकिन कथित सेक्स स्कैंडल में नाम आने के बाद उन्होंने 26 दिसंबर 2009 को पद से इस्तीफा दे दिया था।
–
Vikas Sharma
bundelkhandlive.com
E-mail :editor@bundelkhandlive.com
Ph-09415060119