सतत शिक्षा कार्यक्रम के अन्तर्गत सेवा अस्पताल द्वारा अपने सीतापुर रोड सिथत परिसर में श्डंदंहमउमदज व थिपेजनसं पद ।छव्ष्ष् अर्थात Þभगन्दरß नामक बीमारी के विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस संगोष्ठी की अध्यक्षता डा0 नीरज बोरा जी ने की। इस संगोष्ठी में डा0 हर्ष गुप्ता प्रमुख वक्ता थे। डा0 हर्ष ने संगोष्ठी में आये डाक्टरों को उक्त बीमारी के विषय में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि यह बीमारी अक्सर ग्रामीण क्षेत्र के लोगों में सफार्इ का ध्यान न रखने की वजह से होती है। डा0 हर्ष ने बताया कि यह बीमारी मलद्वार के अन्दर व बाहर फोड़ों के अधूरे इलाज के कारण होती है। डा0 हर्ष ने बताया कि यदि इसका इलाज शुरू से ही सही तरीके से कर दिया जाये तो भगन्दर होने की संभावना कम हो जाती है।
डा0 हर्ष ने इस बीमारी के इलाज की विभिन्न पद्वतियों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। शल्य चिकित्सा की नर्इ तकनीक दूरबीन विधि व लेसर द्वारा सर्जरी के बारे में बताया इसमें मरीज को कम समय में स्वस्थ्य किया जा सकता है। डा0 हर्ष ने टी0बी0, अल्सरेटिक मोलाइरिस द्वारा उत्पन्न हुए फिस्टुला के इलाज की भी चर्चा की।
लगभग 90 डाक्टरों ने इस संगोष्ठी में अपनी उपसिथत दर्ज कराकर इसे सफल बनाया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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