उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि सभी धर्मों का मूल तत्व मानवता का सन्देश है। यह सन्देश अहिंसा, सदभाव, भार्इचारे और एकता का है। कोर्इ भी धर्म व मजहब मनुष्य के बीच भेदभाव की बात नहीं कहता। उन्होंने कहा कि राजनीतिक व निहित स्वार्थों के चलते हम सबको बंटवारे की राजनीति करने वालों से परहेज करना होगा। छोटी-छोटी बातों पर होने वाले झगड़ों से बचना होगा, तभी हम विकास के रास्ते पर चल सकेंगे। इस अवसर पर उन्होंने दोहराया कि साम्प्रदायिक होना आसान है, धर्मनिरपेक्ष होना मुशिकल। उन्होंने कहा कि धर्म को राजनीति से नहीं जोड़ा जाना चाहिए। सभी को संकल्प लेना होगा कि प्रत्येक धर्म द्वारा दिए गए एकता के सन्देश को जन-जन तक पहुंचाया जाए, तभी भार्इचारा और सौहार्द कायम होगा।
मुख्यमंत्री आज यहां स्थानीय ताज होटल में जागरण प्रकाशन लिमिटेड द्वारा प्रकाशित काफी टेबल बुक ‘देवालय उत्तर प्रदेश के विमोचन के उपरान्त उपसिथत जनसमुदाय को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने इस पुस्तक के प्रकाशन के लिए जागरण समूह को बधार्इ देते हुए कहा कि इसका प्रकाशन एक सराहनीय कार्य है। उन्होंने कहा कि अलग-अलग विषयों पर जानकारी एकत्र कर उसे पुस्तक के रूप में प्रकाशित करने का कार्य जागरण समूह द्वारा कर्इ बार किया गया है, जिसके लिए वे बधार्इ के पात्र हैं।
श्री यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत और धरोहर के रूप में यहां पर अनेक मनिदर व तीर्थ स्थल स्थापित हैं, जिनका सन्देश एकता का रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मनिदर, दरगाह तथा सूफी-सन्त, हिन्दू-मुसिलम एकता की मिसाल हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का प्रयास है कि पर्यटन स्थलों की सुविधाओं में वृद्धि की जाए, जिससे पर्यटकों की संख्या में इजाफा होगा। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहरों, मनिदरों, मसिजदों, दरगाहों और सूफी-सन्ताें से प्रभावित होकर बड़ी संख्या में भारतीय और विदेशी पर्यटक आते हैं।
इस मौके पर उन्होंने इलाहाबाद में आयोजित कुम्भ की चर्चा करते हुए कहा कि इसको सफलतापूर्वक सम्पन्न कराना एक बड़ी चुनौती थी, जिसे सभी के सहयोग से अच्छी तरीके से आयोजित कराया गया। उन्होंने कहा कि इस आयोजन से उत्तर प्रदेश को पूरी दुनिया में पहचान मिली। उन्होंने कहा कि इस पर कर्इ शोध भी हुए कि कैसे इतने कम समय में एक पूरा नगर सम्पूर्ण सुविधाओं के साथ बस जाता है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश को विकास और खुशहाली के रास्ते पर ले जाने का कार्य कर रही है। जनहित से जुड़ी तमाम योजनाएं लागू की गर्इ हैं, जिनके परिणाम शीघ्र दिखार्इ देंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार का विशेष ध्यान अवस्थापना विकास के ऊपर है। पर्यटन से जुड़े शहरों की अवस्थापना सुविधाओं की बढ़ोत्तरी के लिए योजनाएं बनी हैं, जिन्हें लागू किया जा रहा है।
जागरण प्रकाशन लिमिटेड के सी0एम0डी0 एवं प्रबन्ध सम्पादक श्री महेन्æ मोहन गुप्त ने कहा कि ‘देवालय उत्तर प्रदेश न सिर्फ यहां के मनिदरों का दर्शन है, बलिक यह पर्यटन में इजाफा करने का एक आधार भी है। उन्होंने कहा कि यह पुस्तक जानकारी प्रदान करने के साथ-साथ प्रदेश की प्रगति का आर्इना है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की दरगाहों और मजारों पर भी एक पुस्तक का प्रकाशन किया जाएगा। पुस्तक की लेखिका श्रीमती शर्मिष्ठा शर्मा ने कहा कि ‘देवालय उत्तर प्रदेश पुस्तक का प्रकाशन एक चुनौतीपूर्ण कार्य था। उन्होंने कहा कि इस पुस्तक को तैयार करने में ऐसा महसूस हुआ, जैसे एक तीर्थ यात्रा पूरी हुर्इ हो।
इस अवसर पर कारागार मंत्री श्री राजेन्æ चौधरी, कांग्रेस नेता श्री प्रमोद तिवारी, सांसद श्री लालजी टण्डन, जागरण परिवार के सदस्य, साहित्यकार एवं गणमान्य नागरिक उपसिथत थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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