नई दिल्ली। छपाई और सम्बद्ध मशीनरी की भारत की अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसित प्रदर्शनी के सातवें संस्करण पैमेक्स 2010 का आयोजन प्रगति मैदान, किया गया। पैमेक्स 2010 मुद्रकों (प्रिंटर्स) का, मुद्रकों के लिए और मुद्रकों द्वारा किया जाने वाला आयोजन किया गया। इसे भारत सरकार, वाणिज्य और उद्योग विभाग तथा दिलली की राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की सरकार का समर्थन हैं। इसे उद्योग का भी समर्थन है तथा इनमें दि इण्डियन न्यूजपेपर सोसायटी (आईएनएस), आल इण्डिया फेडरेशन ऑफ मार्टर प्रिंटर्स (एआईएफएमपी), फेडरेशन ऑफ इण्डियन पब्लिशर्स प्रमुख थे।
इस आयोजन के दौरान दुनिया भर के समाधान प्रदाताओं की अग्रणी टेक्नालाजी का प्रदर्शन किया गया और इसमें प्री प्रेस से पोस्ट प्रेस की श्रेणी के साथ-साथ इनके बीच का सब कुछ रहेगा। यह एक्जीबिटरों को कारोबार करने और टेक्नालाजी प्रदाताओं और खरीदारों के साथ चर्चा करने के लिए एक मंच मुहैया करायेा। पैमेक्स 2010 दुनिया भर के छपाई उद्योग में हाल में हुई प्रगति का पता लगायेगा। देश का छपाई बाजार इस समय 12ण्1 अरब अमेरिकी डालर का है और अनुमान है कि यह बढ़कर 20.9 अरब अमेरिकी डालर हो जायेगा तथा 2011 तक 8वीं स्थिति पर पंहुच जायेगा। इस समय भारत दुनिया का 12वां सबसे बड़ा छपाई बाजार है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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