रानीगंज की ऐतिहासिक श्रीराम बारात 10 अक्टूबर को सायं 4 बजे निकलेगी। सोलह अक्टूबर को रावण दहन तथा सत्रह अक्टूबर को प्रभु श्रीराम का राज्याभिषेक समारोह होगा।
उक्त जानकारी देते हुए श्री रामलीला रानीगंज समिति के मीडिया प्रभारी एस. के. गोपाल ने बताया कि हाथी, घोड़ा, रथ व बैण्डबाजों से सजिजत श्रीराम बारात शिव मनिदर दुगावां से आरम्भ होकर पाण्डेयगंज, रकाबगंज, मौलवीगंज, अमीनाबाद, गणेशगंज, नाका हिण्डोला होते हुए रानीगंज तक जाएगी। इन क्षेत्रों में स्थानीय नागरिकों द्वारा जगह-जगह बारात का स्वागत किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 16 अक्टूबर को राजेन्द्र नगर पार्क में दशहरा मेला तथा रावण दहन होगा एवं 17 अक्टूबर को शिव मनिदर परिसर दुगावां में प्रभु श्रीराम का राज्याभिषेक समारोह होगा।
138 वर्ष पुरानी है परम्परा
दस वर्ष महामंत्री और पन्द्रह वर्ष से समिति के कार्यवाहक अध्यक्ष गोपीसरन श्रीवास्तव और महामंत्री मोहन स्वरुप शर्मा उर्फ चुन्नू बाबू बताते हैं कि वर्ष 1875 में स्व. पणिडत रामप्रसाद सिद्धान्ती द्वारा स्थापित रामलीला समिति निर्बाध रुप से प्रतिवर्ष यह उत्सव धूमधाम से मना रही है। श्री रामलीला के संचालन में सर्वश्री स्व. पणिडत श्यामबिहारी लाल, स्व. लाला बुलाकीदास रस्तोगी, स्व. लाला गिरधारीलाल रस्तोगी, स्व. लाला बिहारीलाल रस्तोगी, स्व. लाला मदनगोपाल रस्तोगी, स्व. गौरीशंकर शुक्ल, स्व. भैरो प्रसाद यादव उर्फ खुनखुन जी, स्व. शिवदत्त त्रिपाठी, स्व. हनुमान प्रसाद गुप्त, स्व. लक्ष्मीनारायन पाण्डेय, स्व. जगत नारायन अष्ठाना, स्व. कल्याणदास रस्तोगी, स्व. नाथूराम रस्तोगी, स्व. शंकरदयाल त्रिगुणानन्द, स्व. किशनचन्द रस्तोगी, स्व. दयाशंकर मिश्र, स्व. लाला रामस्वरुप रस्तोगी आदि का अविस्मरणीय योगदान रहा है।
दिखती है लखनवी तहजीब
रानीगंज की इस ऐतिहासिक श्रीराम बारात में राजधानी की गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल देखी जा सकती है। परम्परागत रुप से प्रतिवर्ष मौलवीगंज शानितगंज समिति द्वारा बारात का जोरदार स्वागत तथा बारातियों को जलपान कराया जाता है। वर्तमान में सर्वश्री शानितसरन, मोहम्मद शाहिद हुसैन, मंजूर अहमद सिददीकी, मोहम्मद असलम सिददीकी आदि के नेतृत्व में यह परम्परा बदस्तूर जारी है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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