उत्तर प्रदेश के पशुधन एवं लघु सिंचार्इ मंत्री श्री राज किशोर सिंह ने लघु सिंचार्इ एवं भूगर्भ जल विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि किसानों के लिए फायदेमंद विभागीय योजनाओं के संचालन सम्बन्धी कार्य प्रगति में तेजी लायी जाये। उन्होंने कहा कि योजनाओं के गुणवत्तायुक्त एवं समयबद्ध क्रियान्वयन में अधिकारियों एवं कर्मचारियों की लापरवाही, उदासीनता व मनमानी पाये जाने पर सम्बनिधत के खिलाफ सख्त कार्रवार्इ की जायेगी।
लघु सिंचार्इ मंत्री ने योजनाओं के संचालन में तेजी लाने तथा इस मद में आवंटित धनराशि को समय से खर्च करने के निर्देश दिये। उन्होंने अधिकारियों को विभागीय योजनाओं की भौतिक एवं वित्तीय लक्ष्यपूर्ति समय से सुनिशिचत करने के निर्देश दिये। योजनाओं के संचालन में न्यूनतम उपलबिध वाले जनपदों एवं मण्डल के सम्बनिधत अधिकारियों को एक सप्ताह में अपनी कार्य संस्कृति में सुधार लाकर तत्परता से लक्ष्यपूर्ति के निर्देश दिये।
श्री सिंह ने भूजल प्रबन्धन, वर्षा जल संचयन एवं भूजल रिचार्ज पर बल देते हुए अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि प्रदेश के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में भूजल विकास की योजनाओं के प्रभावी संचालन के लिए सभी विभागों से समन्वय स्थापित किया जाये। उन्होंने कहा कि ”जल मनुष्य, जीव-जन्तुओं व पाधों की आवश्यकताओं के साथ-साथ खाध सुरक्षा तथा सतत विकास का एक प्रमुख आधार है। अत: इसकी गुणवत्ता एवं मात्रा को संरक्षित करना सभी के लिए जरूरी है।
लघु सिंचार्इ एवं भूगर्भ जल मंत्री के निर्देशानुसार विभागीय निदेशक श्री प्रतीक रंजन चौरसिया के नेतृत्व में लघु सिंचार्इ एवं भूगर्भ जल विभाग के कार्योें की समीक्षा गत दिवस विधान सभा सिथत सभाकक्ष में की गयी। विभाग द्वारा संचालित नि:शुल्क बोरिंग, गहरी बोरिंग, मध्यम गहरी बोरिंग, रिचार्जिंग चेकडैम, ब्लास्ट कूपों का जीर्णोद्धार, बुन्देलखण्ड पैकेज एवं जल वितरण प्रणाली आदि योजनाओं की भौतिक एवं वित्तीय लक्ष्यपूर्ति की समीक्षा की गयी।
समीक्षा बैठक में जिलाें एवं मण्डल के विभागी अधीक्षण अभियंता एवं अधिशासी अभियंता के साथ-साथ मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारी उपसिथत थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com