18 सितम्बर को सुघर सिंह पत्रकार थे डीजीपी मुख्यालय। उसी दिन अनीता ने सीओ को फोन करके लगाया था हथियारो से लैस होकर घर मे घुसकर धमकी का आरोप। एसएसपी को भी थी जानकारी इसलिये किये गये एस0 ओ लाइन हाजिर।
एन सी आर मे 10 जुलार्इ की दिखार्इ गयी घटना। एसपी सिटी के दबाब मे एसओ ने दबा रखी थी एनसीआर की जानकारी
अनीता गुप्ता व उसके परिजनो के विरूद्व थाना छत्ता मे दर्ज हुआ दलित उत्पीढन व लूट का मुकदमा
आगरा। आगरा के दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री शिवकुमार राठौर द्वारा प्लाट कब्जे की मुख्यमंत्री व मीडिया से शिकायत करने को लेकर खुन्नस खाये शिवकुमार राठौर ने एस0 पी0 सिटी पर दबाब बनाकर सैफर्इ के सुघर सिंह पत्रकार के विरूद्व थानाध्यक्ष छत्ता पर दबाब वनाकर एक फर्जी एन0 सी0 आर दर्ज करा दी गयी। इससे पूर्व भी एस0 पी0 सिटी के आदेश पर एक फर्जी मुकदमा फर्जी वादी के थाना रकावगंज मे गम्भीर धाराओ मे लिखा गया जिसकी जाच शासन स्तर से चल रही है।
यह वही मामला है जिसमे सुघर सिंह पत्रकार के रिश्तेदार सुभाष चन्द्र निवासी शान्तीविहार यमुना बि्रज आगरा ने महिला अनीता गुप्ता निवासी पीपल मण्डी थाना छत्ता के साथ मिलकर नगला कली मे एक साढे आठ लाख रूपये का प्लाट खरीदा था। इस प्लाट के लिये सुभाष चन्द्र ने अनीता गुप्ता को चार लाख रूपये दिये। 30 जून को कुछ हथियार वन्द लोगो ने खुद को राज्यमंत्री शिवकुमार राठौर का आदमी बताकर प्लाट का ताला तोड़ दिया और कब्जा कर लिया जब इस मामले को मंत्री को फोन करके पूछा गया तो मंत्री ने इंकार कर दिया लेकिन मंत्री ने एस0 पी0 सिटी को एक सिफारिसी पत्र भेज दिया जिस मे मंत्री ने अनीता गुप्ता के विरोधियो की सिफारिश की थी। सुघर सिंह पत्रकार द्वारा इस मामले की पैरवी की गयी क्यो कि उनके रिश्तेदार का रूपया फसा हुआ था उन्होने इस मामले को शासन प्रसाशन व मीडिया के संज्ञान मे लाये और मंत्री व उसके गुर्गो ने प्लाट से किनारा कर लिया वाद मे मंत्री ने बचने के लिये सुघर सिंह पत्रकार व अनीता गुप्ता पर दबाब बनाने के लिये एक करोड़ रूपये मानहानि का नोटिस भिजवा दिया। नोटिस के मिलते ही अनीता गुप्ता घवरा गयी और मंत्री के दबाब मे आ गयी और अकेले प्लाट हड़पने की नीयत से भाग गयी। उसके वाद मंत्री व एस0 पी0 सिटी ने फर्जी वादी मूलचन्द्र के नाम एक मुकदमा थाना रकावगंज मे मु0 अ0 स0 निल13 धारा 420, 467,468,471,323,504,506 दर्ज करा दी। इस मुकदमे मे घटना स्थल थाना ताजगंज था लेकिन ताजगंज के पूर्व थानाध्यक्ष जे0 एन0 अस्थाना ने फर्जी मुकदमा दर्ज करने से इंकार कर दिया तो एस0 पी0 सिटी ने वही मुकदमा थाना रकावगंज मे दर्ज करा दिया। जिसे वाद मे थाना ताजगंज भेजकर 585 क्राइम संख्या दे दी गयी उक्त मुकदमे के वादी को मुकदमे की जानकरी 10 दिन वाद हुयी जब वालूगंज चौकी इंचार्ज हरभजन सिंह ने वादी को बुलाया तो उसने किसी भी तरह का मुकदमा दर्ज कराये जाने से इंकार कर दिया। इस मामले की जाच डी0 आर्इ0 जी0 व एस0 एस0पी द्वारा की जा रही है। यह मुकदमा डीजीपी के आदेश पर लिखा गया लेकिन एस0 पी0 सिटी ने उच्चाधिकारियो को गुमराह किया कि मैने सुघर सिंह पत्रकार के विरूद्व किसी भी प्रार्थना पत्र पर मुकदमा दर्ज कराने का आदेश नही दिया। उस मुकदमे की विवेचना एकता चौकी इंचार्ज को दी गयी है लेकिन वादी द्वारा शपथ पत्र देने के वावजूद अभी तक थानाध्यक्ष व चौकी इंचार्ज ने मुकदमा समाप्त नही किया। बलिक इस फर्जी मुकदमे मे जेल भेजने की धमकी दे रहे है। और बचने के लिये 2 लाख रूपये रिश्वत की माग कर रहे है। अनीता गुप्ता प्लाट वेचने के नाम पर भी कर्इ लोगो से करीव 10 लाख रूपये लेकर गायव थी।
31 अगस्त को सुभाष चन्द्र को जानकारी मिली कि अनीता गुप्ता अपने पीपलमण्डी के किराये के मकान मे अपने पति देवर के साथ आयी है तो सुभाष चन्द्र अपने दोस्तो के साथ अपना 4 लाख रूपया मागने जैसे ही अनीता के घर गये तो अनीता गुप्ता के पति व देवर, पुत्र व खुद अनीता से सुभाष को कमरे मे अन्दर बन्द करके बुरी तरह मारापीटा और जातिसूचक गालियां दी और 600 रूप्ये लूट लिये। घायल अवस्था मे सुभाष थाना छत्ता गये लेकिन थानाध्यक्ष सुधीर कुमार सिंह ने उनको भगा दिया वाद मे वह अगले दिन सुघर सिंह को लेकर पुलिस लाइन मे क्राइम मीटिग मे मौजूद सी0 ओ करूणाकर राव से मिले और उन्होने कार्यवाही का भरोसा दिलाया लेकिन उसके वावजूद भी कोर्इ कार्यवाही नही हुयी। वाद मे सुभाष चन्द्र ने डी0 आर्इ0 जी0 व एस0 एस0 पी को मिलकर व पंजीकृत डाक से पत्र भेजकर मुकदमा दर्ज करने की गुहार लगार्इ लेकिन एस0 पी सिटी के दबाब के चलते छत्ता पुलिस ने कार्इ कार्यवाही नही की वादी लगभग 20 बार थाने गया और थानाध्यक्ष से मिला फोन भी किया लेकिन फिर भी सुभाष चन्द्र की सुनवार्इ नही हुयी। जब इसकी भनक एस पी सिटी को लगी तो उन्होने मंत्री के दबाब मे फर्जी घटना दिखाकर 19 सितम्बर को सुभाष चन्द्र, सुघर सिंह पत्रकार, रिंकू गुप्ता के विरूद्व मुकदमा दर्ज करा दिया। मुुकदमे मे अनीता गुप्ता ने अपने देवर को भी शामिल कर लिया क्यो कि अनीता गुप्ता को उसके देवर रिंकू गुप्तो ने दो ग्राहको से प्लाट बेचने लिये ढार्इ लाख रूपये दिलाये थे। प्लाट के मामले मे सुभाष चन्द्र के साथ डेढ साल से घूमने वाली अनीता गुप्ता ने नाम पता अज्ञात लिखा दिया। यही नही अनीता गुप्ता ने मंत्री के कहने पर सुघर सिंह पत्रकार पर 2 लाख रूपये लेने तथा 1 लाख रूपये की माग करने का आरोप लगाया है। यही नही वादिनी ने शिवकुमार राठौर मंत्री के विरूद्व लगाये गये आरोपो के वारे मे तहरीर मे कहा कि सुघर सिंह ने अपनी लाइसेसी बन्दूक के भय से मीडिया व अधिकारियो के पास ले गये। और भय दिखाकर जबरन शपथपत्र वनवाये और शिकायते करायी। इस मुकदमे मे साजिश की पोल तब खुली जब अनीता गुप्ता ने घटना 10 जुलार्इ की दिखार्इ है और 18 सितम्बर को सी0 छत्ता को फोन करके कहा कि सुघर सिंह पत्रकार हथियार लेकर मेरे घर मे घुस आया है जब कि सुघर सिंह पत्रकार 18 सितम्बर को पुलिस महानिदेशक कार्यालय मे मौजूद थे जिसकी जानकारी एस0 एस0 पी आगरा को थी। सुघर सिंह के विरूद्व पूर्व मे लिखाये गये मुकदमे की जाच एसएसपी स्वयं कर रहे है। सुघर सिंह पत्रकार ने एस0 पी सिटी पर यह भी आरोप लगाया है कि ज बवह अपने विरूद्व फर्जी मुकदमे के वारे मे जानकारी करने एस0 पी0 सिटी के पास गये तो एसपी सिटी ने बसपा नेता मुकेश कल्यान व विपिन तिवारी के साथ मिलकर मेरी मारपीट की जिससे मेरे शरीर मे कर्इ जगह चोटे आयी है व खून भी निकल आया इस मामले की जाच भी डी0जीपी मुख्यालय, एसएसपी व डीआर्इजी द्वारा की जा रही है। एसपी सिटी के विरूद्व मुकदमा दर्ज करने के लिये सुघर सिंह पत्रकार ने मुख्यमंत्री, डीजीपी, मानवाधिकार आयोग, अनुसूचित जाति और जनजाति आयोग, गृह विभाग को चिटठी लिखी है। जब इस फर्जी एन0 सी0 आर की जानकरी सुघर सिंह पत्रकार को हुयी तो वह सी0 ओ छत्ता से मिलने 22 सितम्बर को कार्यालय गये जहा वाहर सुधीर कुमार सिंह थानाध्यक्ष मौजूद थे जब सुघर सिंह ने उनसे मुकदमे की जानकरी चाही तो वह मारपीट व गाली गलौज पर उतारू हो गये। तो सुघर सिंह ने फोन करके पूरी घटना से एसएसपी को अवगत कराया जिसके वाद सुधीर कुमार सिंह को लाइनहाजिर कर दिया गया। जिस प्रार्थना पत्र पर एनसीआर दर्ज की गयी है वो एसपी के नाम से था लेकिन उस पर एस पी का कार्इ आदेश नही था। गोपनीय जानकारी मिली है कि अपने विरूद्व की गयी शिकायतो से तंग आकर सुघर सिंह पत्रकार पर दबाब बनाने के लिये एसपी सिटी ने थानाध्यक्ष को फोन करके यह मुकदमा लिखाया है जब थानाध्यक्ष ने एसपी को कहा कि मे एसएसपी से पूछगा तो एसपी सिटी ने कहा कि मैने एसएसपी का बता दिया है। इसके अलावा पिछले 18 अगस्त को एसपी सिटी ने सुघर सिंह पत्रकार के विरूद्व फर्जी वादी द्वारा लूट डकैती व गोली मारकर घायल कर देने का मुकदमा दर्ज करने का आदेश एस0 ओ ताजगज को दे दिया घटना के दिन सुघर सिंह पत्रकार परिवार के साथ माता बैष्णो के दर्शन करने गये थे जानकारी मिलने पर उन्होने होटल से ही डीजीपी, डीआर्इजी, एसएसपी को फोन किया जिस कारण वो फर्जी मुकदमा दर्ज नही हो सका। वही इस फर्जी एनसीआर मे अचानक मोढ तब आ गया जब वरौली अहीर का निवासी आर एस एस कार्यकर्ता बताने वाले हरिओम को सुघर सिंह पत्रकार ने 09997619641 पर फोन किया तो उसने कहा कि यह एनसीआर एसपीसिटी ने मेरे सामने फोन करके दर्ज करायी है। हरिओम के फोन को सुघरसिहं पत्रकार ने रिकार्ड भी कर लिया है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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