केन्द्री य श्रम और रोजगार मंत्री श्री सीस राम ओला ने आज नयी दिल्लीष स्थित विज्ञान भवन में वर्ष 2011 के लिए विश्व कर्मा राष्ट्रीलय पुरस्कावर और राष्ट्रीीय सुरक्षा पुरस्का रों का वितरण किया। इस अवसर पर श्री ओला ने कहा कि वर्ष 2011 के कामकाज के आधार पर विश्वतकर्मा राष्ट्रीीय पुरस्का्र के लिए 194 और राष्ट्रीीय सुरक्षा के लिए 116 आवेदन प्राप्ता हुए। इस वर्ष 116 विश्वएकर्मा राष्ट्रीरय पुरस्का र और राष्ट्री य सुरक्षा पुरस्काारों के विभिन्न् वर्गों में 63 विजेता और 35 उप विजेता हैं।
श्री ओला ने औद्योगिक संयंत्रों में दुर्घटनाएं रोकने और कार्यस्थकलों पर सुरक्षा उपायों के महत्व पर बल दिया। उन्हों ने कहा कि विश्व्कर्मा राष्ट्री य पुरस्का र और राष्ट्रीतय सुरक्षा पुरस्कायरों की शुरूआत 1965 में की गई। इनका उद्देश्य् उन अच्छे् कर्मियों और औद्योगिक इकाइयों को प्रोत्सा हित करना हैए जो दुर्घटनाएं रोकने और औद्योगिक सुरक्षा ;व्यापवसायिकद्ध उपायों को बढ़ावा देने और समान रूप से प्रबंधन और श्रमिक दोनों के हितों को बढ़ावा देने के लिए कार्य करते हैं।
उन्होंकने कार्पोरेट सामाजिक दायित्वक के तहत औद्योगिक घरानों द्वारा स्वारस्य्ोि ए सुरक्षा और कार्य पर्यावरण की दिशा में उठाए गए कदमों पर खुशी जाहिर कीए जिससे परिणाम स्वररूप सुरक्षा और कर्मचारियों के स्वा स्य्द् में समग्र बदलाव आया है और औद्योगिक दुर्घटनाओं में कमी आई है।
श्रम और रोजगार सचिव डॉण् मृत्युं जय सारंगी ने अपने स्वापगत भाषण में वैश्वी करणए निजीकरण और उदारीकरण के कारण भारतीय उद्योगों की चुनौतियों का उल्ले ख किया। उन्हों ने कहा कि वैश्वीउकरण से जहां उद्योगों और कार्यबल के लिए अवसर उपलब्धउ हुए हैंए तो वहीं वैश्विक मंदी का खतरा भी मंडरा रहा है। उन्हों ने कहा कि औद्योगिक दुर्घटनाओं से केवल कर्मचारी ही नहींए उसका परिवारए समाज और पूरा देश प्रभावित होता है। उन्हों ने उम्मींद जताई कि सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के उद्योग इस तरह के उपाय करेंगे जिससे कर्मचारी सुरक्षा के प्रति अधिक सजग और सुरक्षित तरीके से कार्य कर सकें।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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