खेलमंत्री अयोध्यापाल व डाक्टर पीपी पाल के विवाद पर शासन भी हुआ सक्रिय
टीम ने कुछ गोपनीयता की बात कह जांच के विषय में कुछ नहीं कहा डाक्टर के घर पहुंच देखे फोटो व वीडियो फुटेज वकील के भी लिए बयान
यूपीटी बंगले में छानी रजिस्टरों की खाक
चित्रकूट - डाक्टर की बेटी से मंत्री द्वारा पुत्रा की सगाई तोड़ने को संज्ञेय अपराध मानते हुए जहां अदालत ने मंत्री व परिवार के लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश बुधवार को दिए थे। वहीं दूसरी ओर मामला सुर्खियों में आने के बाद शासन ने भी कार्रवाई शुरू कर दी है। इसी के तहत मण्डल मुख्यालय बांदा से स्पेशल ब्रांच की टीम ने गुरुवार को यहां पहुंच डाक्टर के परिवार वालों से पूछताछ करते हुए सगाई से सम्बंधित फोटो आदि देखे। इसके बाद टीम ने सगाई कार्यक्रम स्थल यूपी टूरिस्ट बंगला पहुंच वहां के रजिस्टर आदि की खाक छानी। परन्तु टीम का नेतृत्व कर रहे स्पेशल ब्रांच के सीओ ने इस जांच को गोपनीय बताते हुए कुछ भी कहने से मना कर दिया।
प्रदेश सरकार के खेलमंत्री अयोध्यापाल द्वारा मुख्यालय निवासी पीपी पाल की बेटी के साथ की गई अपने बेटी की सगाई तोड़ देने के खिलाफ शासन व प्रशासन ने अपने-अपने स्तर से कार्रवाई शुरू कर दी है। डाक्टर पीपी पाल ने हर तरफ से ना उम्मीद हो चुकने के बाद अपने वकील रुद्र प्रसाद मिश्रा के माध्यम से अदालत में प्रार्थना-पत्र दे एफआईआर करवाए जाने की गुहार लगाई थी। जिसके आधार पर मुख्य न्यायायिक मजिस्ट्रेट वीरेन्द्र पाण्डेय ने बुधवार को कर्वी कोतवाली पुलिस को मंत्री अयोध्यापाल सहित परिवार के सात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने के आदेश दिए थे। जिसके अनुसार देर शाम कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया था।
उधर मामला सुर्खियों में आने के बाद शान्त बैठे शासन ने भी हस्तक्षेप करते हुए जांच करने के आदेश दिए। शासन से आदेश मिलने के बाद मण्डल मुख्यालय बान्दा से स्पेशल ब्रांच की एक 4 सदस्यीय टीम सीओ एन के सिंह के नेतृत्व में गुरुवार की सुबह जनपद मुख्यालय पहुंची। यहां पहुंचते ही सबसे पहले टीम के सदस्य अपने अधिकारी के साथ डाक्टर पीपी पाल के घर पहुंचे और डाक्टर सहित पत्नी व अन्य परिवारीजनों से गहन पूछतांछ की। इसके बाद टीम ने सगाई से सम्बंधित सारी फोटो व वीडियो फुटेज भी देखे और सघनता से जांच की। जबकि टीम के द्वारा डाक्टर की पुत्री प्रीती पाल के बयान बांदा में लिए जाने की बात बताई जा रही है। यहां से निपटने के बाद टीम ने डाक्टर के वकील रुद्र प्रसाद मिश्रा से भी काफी गहराई के साथ पूछताछ करते हुए मामले पर गहराई से जानकारी ली। वकील मिश्रा ने कहा कि स्पेशल ब्रांच की टीम को उन्होंने इस मामले से जुड़े सारे तथ्य सौंप उनके सवालों पर अपने बयान भी दर्ज कराए हैं। स्पेशल ब्रांच टीम ने वकील श्री मिश्रा से पूछताछ करने के बाद चित्रकूट स्थित यूपी टूरिस्ट बंगला सीतापुर में भी धावा बोला। यहां पर ही मंत्री अयोध्यापाल के बेटे की डाक्टर की पुत्री से सगाई हुई थी। इसी को आधार मानते हुए टीम के अधिकारियों ने उस समय के रजिस्टर आदि की खाक छानते हुए वहां तैनात कर्मियों से सगाई समारोह को लेकर बयान दर्ज किए। जहां कर्मियों ने बताया कि मंत्री पाल के नाम 7 अक्टूर की तिथि में चार सूट बुक किए गए थे। जबकि पर्यटक बंगले के मैनेजर टी एन यादव ने जांच के बारे में बताया कि उन्होंने स्पेशल ब्रांच की टीम को उनके द्वारा मांगी गई सारी जानकारियां दे दी हैं। जबकि उस समय व सगाई आदि के मामले पर वे कुछ नहीं बोले। अपनी कार्रवाई पूरी करने के बाद टीम ने मीडिया कर्मियों को कुछ भी बताने से इंकार कर दिया। टीम लीडर सीओ श्री सिंह ने कहा कि शासन के निर्देशानुसार वे गोपनीय जांच करने के लिए यहां आए थे और अपनी रिपोर्ट शासन को सौंप देंगे। जांच के दौरान उनके साथ स्थानीय अधिसूचना इकाई के अधिकारी व सहयोगी मौजूद रहे।
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