भारतीय जनता पार्टी ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से पूछा कि आखिर वे राज्य में कितने दंगों और बेगुनाहों की मौतों का इंतजार करेंगे। प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने राज्य में दिनों दिन बढ़ रहे दंगों और निर्दोष जनता की मौतों के लिए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को अकर्मणयता को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की प्रशासनिक अक्षमता आमजन पर कहर बन कर टूट रही है। राज्य में दंगों को रोक पाने में मुख्यमंत्री नाकाम साबित हुए है। बेहतर होता राज्य की जनता के हित में मुख्यमंत्री अपना पद त्याग देते। भाजपा प्रवक्ता ने कहा केन्द्र सरकार को अपने संवैधानिक दायित्वों के प्रति सजगता दिखाते हुए अखिलेश सरकार को बर्खास्त करते हुए राष्ट्रपति शासन लगाने का काम करना चाहिए। प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि अखिलेश सरकार द्वारा की जा रही वोट बैंक की सियासत ने उत्तर प्रदेश को दंगों की आग में झोंकने का काम किया है। श्री पाठक ने कहा मुजफ्फर नगर मे हुई हिंसा और दंगे की न्यायिक जांच यदि हाईकोर्ट के सीटिंग न्यायाधीश से करा दी जाये तो पूरे मामले में सत्ताधारी दल समाजवादी पार्टी की भूमिका का सच जनता के सामने आ जायेगा। राज्य में लगातार हो रहे दंगों के लिए विपक्षी दलों पर साजिश का आरोप लगाकर खुद की जिम्मेदारियों से अखिलेश सरकार लगातार बचती रही है। अब उनकी प्रशासनिक अक्षमता मुजफ्फरनगर और उसके आस पास के इलाकों में दंगों के रूप में सामने आई है। श्री पाठक ने मुजफ्फरनगर दंगों को लेकर भाजपा विधानमण्डल दल के नेता हुकुम सिंह सहित पार्टी विधायक संगीत सोम, सुरेश राणा, कुँवर भारतेन्दु सिंह पर फर्जी तरीके से मुकदमें दर्ज किये जाने की निन्दा की। उन्होने कहा कि अखिलेश सरकार भाजपा नेताओं पर मुकदमे कायम करवा कर दंगे के असल आरोपियों को बचाने की कवायद में जुट गई है। वास्तव में भाजपा विधायकों पर मुकदमें का फैसला भी अखिलेश सरकार की सियासी पैतरेबाजी और एक वर्ग विशेष को खुश करने की रणनीति के तहत उठाया गया कदम हैं। उन्होने कहा भाजपा विधायकों और कार्यकर्ताओं पर दुर्भावनापूर्ण ढ़ंग से फर्जी मुकदमें कायम किये जा रहे है। दंगों का राजनीतिकरण कर चुनावी लाभ लेने के प्रयास में जुटी अखिलेश सरकार भाजपा नेताओं के खिलाफ द्वेषभावनापूर्ण कार्रवाई कर रही है। भाजपा प्रवक्ता ने चेताया कि यदि फर्जी मुकदमें लगाकर भाजपा नेताओं कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी का प्रयास किया गया तो पार्टी चुप नही बैठेगी। भाजपा प्रवक्ता ने मुजफ्फरनगर दंगे को रोकने में असफल रही अखिलेश सरकार को नाकामियों से उबारने के लिए आगे आये सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव की भूमिका पर भी सवाल उठाये। उन्होने कहा यह साबित हो गया राज्य सत्ता संचालन के कार्य में मुख्यमंत्री असफल हुए है। तभी तो सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव खुद मुख्य सचिव से लेकर अन्य आला अफसरों को तलब कर बैठक कर रहे है। उन्हे आवश्यक दिशा निर्देश भी दे रहे है। ऐसे में बेहतर होता कि सपा प्रमुख अपना पुत्र मोह का त्याग कर खुद ही राज्य की कमान अपने हाथों में ले लेते।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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