समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चैधरी ने कहा है कि उत्तर प्रदेश लम्बे समय से विकास के लिए तरसता रहा हैं। कांग्रेस बसपा और भाजपा की सरकारों ने केवल अपने स्वार्थ साधे और जनहित की उपेक्षा की। बसपा के पांच साल के शासन में तो चारों तरफ लूट मची रही। जनता की समस्याओं को कोई सुनने वाला नहीं रहा। श्री मुलायम सिंह यादव ने अपने मुख्यमंत्रित्वकाल में जो विकास की योजनाएं चलाई कालांतर में वे भी राजनीतिक विद्वेष की शिकार हो गई। जनता ने विकास विरोधी तत्वों को सबक सिखाया और उन्हें सत्ता से बाहर का रास्ता दिखा दिया। श्री अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी की सरकार ने प्रदेश के विकास का नया एजेण्डा तय करते हुए राज्य के बुनियादी ढांचे को सुधारने का काम हाथ में लिया है जिसके सार्थक परिणाम सामने आने लगे है।
भारतीय संविधान में संघ राज्य के संबंधों को स्पष्ट परिभाषित किया गया है। देश के निर्माण में दोनों की महत्वपूर्ण भूमिका है। लेकिन खेद है कि केन्द्र की यूपीए-2 सरकार संघीय ढांचे की मूलभावना के प्रतिकूल आचरण कर रही है। उत्तर प्रदेश की सरकार के विकास के रास्ते में उसकी ओर से जानबूझ कर अड़चनें डाली जा रही है। राज्य के पिछड़ेपन को दूर करने के लिए राज्य सरकार की केन्द्र से विशेष पैकेज की मांग भी पूरी नहीं की गई है। राज्य सरकार को केन्द्र से मिलनेवाले 44 हजार करोड़ रूपयों में से अब तक 7401Û43 करोड़ रूपए यानी मात्र 17 फीसद केन्द्रीय सहायता ही उपलब्ध हो सकी है।
यह अजीब बिडंबना है कि केन्द्र सरकार में प्रदेश के जो मंत्री है वे भी राज्य के विकास में रूचि नहीं ले रहे है। वे उत्तर प्रदेश सरकार के कामकाज में कमियां खोजने और इसको कठघरे में खड़ा करने में लगे रहते हंै। शायद उन्हें अपना यह संवैधानिक दायित्व भी याद नहीं रहा हैं कि चूॅकि उत्तर प्रदेश से निर्वाचित हैं इस नाते इसकी विकास योजनाओं को सफल बनाने की उनकी भी जिम्मेदारी है। वे बदले की भावना से काम कर रहे हंै। मंहगाई और भ्रष्टाचार के दलदल में फंसी केन्द्र की कांग्रेस सरकार अब विकास विरोधी भी जनता की नजरों में बन रही है।
केन्द्र सरकार वित्तीय सहायता रोकने के लिए अजीबोगरीब आपत्तियां उठाती है। उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा राज्य है और यदि यह पिछड़ा रहा तो देश के विकास का लक्ष्य अधूरा रहा जाएगा। समाजवादी पार्टी की सरकार और मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने प्रदेष में निवेश का वातावरण बनाने तथा विकास का माहौल तैयार करने का महत्वपूर्ण काम किया हैं। उन्होने यह भी तय कर रखा है कि केन्द्र की अंडं़ेगेबाजी के बावजूद प्रदेश के विकास का चक्र रूकेगा नहीं। इसीलिए यद्यपि राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा योजना के अंतर्गत चालू समाजवादी एम्बुलेंस सेवा 108 के लिए सिर्फ समाजवादी पार्टी शब्द लगा होने से केन्द्रीय मदद रोक ली गई है, तथापि मुख्यमंत्री जी ने इसे राज्य के संसाधन से चालू रखने का दृढ़ निश्चय कर रखा है।
केन्द्र सरकार में बैठे कांग्रेस के नेता यदि यह सोचते हैं कि समाजवादी पार्टी सरकार के विकास कार्यक्रमों में वे अवरोध पैदा कर सकेगें तो यह उनकी भूल होगी। समाजवादी पार्टी सरकार के साथ प्रदेश का पूर्ण बहुमत है और श्री अखिलेश यादव का समग्र विकास उसका संकल्प है। जनता सब देख रही है और जल्दी ही चुनावों में विकास विरोधी तत्वों को कड़ा सबक सिखाएगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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