लैपटाप वितरण की लिस्ट में अपना नाम न होने से दुःखी होकर जनपद कानपुर के बी0काम0 द्वितीय वर्ष के छात्र आलोक द्वारा आत्महत्या करना प्रदेश की समाजवादी पार्टी सरकार के लिए बहुत ही शर्म की बात है। कांग्रेस पार्टी ने इस घटना पर गहरा दुःख व्यक्त किया है।
प्रदेश कंाग्रेस के प्रवक्ता जीशान हैदर ने आज यहां जारी बयान में कहा कि मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने सरकार बनने से पहले उत्तर प्रदेश के छात्रों से वादा किया था कि अगर उनकी सरकार बनेगी तो वह उत्तर प्रदेश के इंटर मीडिएट उत्तीर्ण होने वाले सभी छात्रों को लैपटाप देंगे लेकिन मुख्यमंत्री स्वयं यह बयान दे चुके हैं कि वह पिछले वर्ष 25 लाख छात्रों में से केवल 4 लाख छात्रों को ही लैपटाप वितरित कर पाये हैं। राज्य सरकार को यह सार्वजनिक करना चाहिए कि आखिर पिछले वर्ष के ही बचे हुए 21लाख छात्रों को वह लैपटाप कब उपलब्ध करायेगी? इस वर्ष भी लगभग इतने ही छात्र और बढ़ जायेंगे उन्हें कब तक उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा है? उन्होने कहा कि यदि वितरण का यही हाल रहा तो पिछले वर्ष के ही छात्रों को समाजवादी पार्टी अगले पांच वर्ष में भी लैपटाप वितरित नहीं कर पायेगी तो आने वाले वर्षों में जो छात्र इण्टरमीडिएट परीक्षा उत्तीर्ण करेंगे, उनके लिए लैपटाप सिर्फ एक छलावा ही साबित होगा।
प्रवक्ता ने कहा कि सच्चाई तो यह है कि लैपटाप वितरण सिर्फ समाजवादी पार्टी का एक महज चुनावी स्टंट था। विधानसभा चुनाव के दौरान प्रदेश के छात्रों ने बढ़चढ़कर अपने मताधिकार का प्रयोग कर समाजवादी पार्टी को सत्ता पर काबिज किया था और आज उन्हीं युवाओं में प्रदेश सरकार के लैपटाप वितरण के खिलाफ इतना रोष और आक्रोश है कि वह सरकार के विरूद्ध आन्दोलन करने एवं आत्महत्या करने को विवश हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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