- भारत के भविष्य की जिम्मेदारी शिक्षकों के हाथों में
- शिक्षकों की समस्याओं का निराकरण नितान्त आवश्यक -राम गोविन्द चैधरी
उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा एवं बाल विकास पुष्टाहार मंत्री श्री राम गोविन्द चैधरी ने कहा है कि शिखक ही भविष्य का निर्माता होता है। अभिभावक अपने बच्चों का भविष्य शिक्षकों के हाथों में इस उद्देश्य से देता है कि बच्चा अच्छी से अच्छी शिक्षा लेकर एक स्वस्थ समाज का निर्माण करेगा। भारत के भविष्य की जिम्मेदारी शिक्षकों के हाथों में है।
श्री चैधरी आज यहाँ रानी लक्ष्मीबाई मेमोरियल इण्टर कालेज, इन्दिरा नगर में शिक्षक दिवस के अवसर पर आयोजित राज्य अध्यापक पुरस्कार समारोह में शिक्षकों को सम्मानित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि शिक्षकों की सभी समस्याओं का निराकरण आवश्यक है। पूर्व मुख्यमंत्री श्री मुलायम सिंह यादव भी शिक्षक रहे हैं। वे उत्तर प्रदेश में तीन बार मुख्यमंत्री बने। पहलीबार मुख्य मंत्री बनते ही उन्हांेने सबसे पहले शिक्षकों की समस्याओं को दूर करने का संकल्प लिया और समस्याओं को हल किया गया। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को भी पूरी जिम्मेदारी व ईमानदारी से अपने दायित्वों को समझते हुए शिक्षण का कार्य करना चाहिये। राज्य मंत्री बेसिक शिक्षा श्री योगेश प्रताप सिंह ने कहा कि समाज में नैतिकता का ह्रास हो रहा है। शिक्षक ही बच्चों को नैतिक शिक्षा भी दे सकते हैं। इस अवसर पर उपस्थित बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री श्री कैलाश चैरसिया ने कहा कि आज आवश्यकता इस बात की है कि शिक्षक अपनी समस्याओं पर ध्यान न देकर शिक्षण पर ध्यान दें। राज्यमंत्री बेसिक शिक्षा श्री वसीम अहमद ने कहा कि जिस प्रकार कुम्हार एक चाक चला कर मिट्टी के बर्तन को मन-चाहा रूप देता है। ठीक उसी तरह गुरुजन बच्चों को उच्च गुणवत्तायुक्त शिक्षा देकर नये समाज का निर्माण कर सकते हैं। इस अवसर पर माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री श्री विजय बहादुर पाल व राज्यमंत्री माध्यमिक शिक्षा श्री विनोद कुमार सिंह ‘‘पंडित सिंह’’ ने भी अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम में सचिव बेसिक शिक्षा श्री नीतीश्वर कुमार व माध्यमिक शिक्षा सचिव श्री जितेन्द्र कुमार भी उपस्थित थे। इस अवसर पर बेसिक शिक्षा मंत्री ने राज्य पुरस्कारों से 17 बेसिक शिक्षकों को मेडल, शाल तथा 10 हजार रुपये का चेक व प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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