सी आई आई के इस्पाात सम्मेतलन 2013 में आज सभा को संबोधित करते हुए माननीय इस्पातत मंत्रीए श्री बेनी प्रसाद वर्मा ने कहाए श्स्टील उत्पादकों को प्रतिस्पर्धी कीमतों पर इस्पात की विशेष ग्रेड का उत्पादन करने के लिए उपयुक्त प्रौद्योगिकी को अपनाने की जरूरत है।श् सम्मे लन का विषय था ष्वैश्विक प्रतिस्प र्धा के लिए रोडमैपरूदृ अवसर और चुनौतियांष्। कई उद्योग जगत और इस्पाथत उद्योग की जानी मानी हस्तियां इस अवसर पर मौजूद थीं।
इस विषय पर विस्तादर से बोलते हुए माननीय इस्पाित मंत्री ने कहा ग्रामीण इलाकों मेंए जहां इस्पा त की पहुंच सीमित हैए इस्पाित के उपयोग के लिए एक विशाल संभावना है। उन्हों्ने निम्नइ ग्रेड अयस्कु के उपयोग के लिए पैलेटाइजेशन तकनीक अपनाने की आवश्यवकता पर बल दिया। उन्होंडने इस्पाेत उद्योग के संधर्भ में बोलते हुए कहाए श्प्रत्येिक इस्पापत उत्पारदक को व्यावसाय को और अधिक टिकाऊ बनाना चाहिए।
श्री वर्मा ने कहा कि भारतीय इस्पाऊत उद्योग को अनुसंधान और विकास में और अधिक निवेश करने की जरूरत है। उन्हों ने इस्पाकत के उत्पाेदन को प्रोत्सााहन देने के लिए इस्पाकत मंत्रालय द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में बताया। उन्होंतने यह भी कहा कि कच्चेप माल की आवाजाही के लिए एक वैकल्पिक समाधान प्रदान करने के लिए स्लर्री पाईप्लाइन जैसी वैकल्पिक तकनीक एक महत्वमपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
इस अवसर पर सेल के अध्याक्ष श्री सीण् एसण् वर्माए राष्ट्री य इस्पाएत निगम लिमिटेड के मुख्यस कार्यकारी निदेशकए श्री एण् पीण् चौधरीए सीआईआई के महानिदेशकए श्री चंद्रजीत बनर्जी के साथ इस्पारत मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी और सीआईआई तथा उद्योग के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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