तहसील खेरागढ़ के ग्राम होलीपुरा, जोगीपुरा, मौजा बाघौर के विभिन्न गाटा संख्या जो कि वन विभाग के नाम दर्ज होने के बावजूद अवैध खनन के सम्बंध में वन विभाग व्दारा कोई प्रभावी कार्यवाही न करने पर जिलाधिकारी जुहेर बिन सगीर ने सख्त रूख अपनाते हुए डीएफओ को पत्र लिखकर अपेक्षा की है कि वे स्वयं अपने स्तर से स्थलीय जांच कर अवैध खनन कर्ताओं व दोषी अधिकारियों व कर्मचारियों के विरूद्ध कार्यवाही करना सुनिश्चित करें जिससे कि अवेैध खनन पर पूर्ण रूप से अंकुश लगाया जा सकें।
जिलाधिकारी को प्रेषित उप जिलाधिकारी खेरागढ़ की आख्या के अनुसार विगत 23 अगस्त को खान निरीक्षक व राजस्व विभाग की संयुक्त टीम के साथ खनन स्थलों का निरीक्षण किया गया जिसमें ग्राम होलीपुरा, जोगीपुरा, मौजा बाघौर के विभिन्न गाटे जो वन विभाग के नाम से दर्ज हैं, उनमें अवैध खनन कर्ता करतार सिंह पुत्र कमोद सिंह निवासी तांतपुरा, भूरा जादौन पुत्र हरीसिंह निवासी होलीपुरा, जोगीपुरा, भरत सिंह पुत्र रमेश चन्द शर्मा निवासी कुंकरसों तथा संजय उर्फ गुड्डू पुत्र नरसिंह निवासी तांतपुरा व्दारा काफी मात्रा में वृहद रूप से खनन कार्य किया गया है जिनके विरूद्ध तत्काल थाना बसई जगनेर में प्राथमिकी दर्ज कराई जा चुकी है। उक्त अवैध खनन के सम्बंध में आज तक न तो वन विभाग व्दारा कोई प्रभावी कार्यवाही की गयी और न ही कोई सूचना उपलब्ध कराई गयी है। इससे स्पष्ट है कि उक्त खनन कार्य वन विभाग के स्थानीय कर्मचारियों की मिलीभगत से किया जा रहा है तथा वन विभाग के कर्मचारीगण भी अवैध खनन में संलिप्त प्रतीत होते हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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