“उ0प्र0 सरकार ने नैतिकता के साथ साथ संवेदनषीलता भी खो दिया है” राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेष अध्यक्ष मुन्ना सिंह चैहान ने प्रदेष सरकार पर आरोप लगाते हुये कहा कि उत्तराखण्ड आपदा में मृतक हुये श्रद्वालुओं के परिजन दर दर भटकते हुये अपनों को ढँूढ रहे हैं परन्तु उनको ढूँढने में सहायक होने वाले डी0एन0ए0 सैम्पल लेने में प्रदेष सरकार को कोई रूचि नहीं है। उत्तराखण्ड के आपदा में लापता लोगो का जिलेवार सत्यापन कराने में भी प्रदेष सरकार ढिलाई बरत रही है और डी0एन0ए0 सैम्पल लेने के काम में षिथिलता बरतने से लगता है कि सरकार का नैतिक पतन होने के साथ साथ संवेदनहीन भी हो गयी है।
श्री चैहान ने कहा कि प्रदेष के लगभग 25 जिलों में बाढ़ से जानमाल का नुकसान हो रहा है परन्तु सरकार बाढ़ पीडि़तों के प्रति भी संवेदनषीलता न दिखाकर उनको भगवान के भरोसे छोड़ दिया है। दूसरी तरफ उत्तराखण्ड में मारे गये लोगों के प्रति भी सरकार संवेदनहीनता से काम ले रही है। प्रदेष सरकार प्रदेषवासियों के हित में कोई कार्य नहीं कर पा रही है उसके अधिकारी व विधायक रासलीला में मग्न है। उन्होेंने बताया कि दूसरो की सहायता करने वाली पुलिस भी थाने में रासलीला रचा रही है। इसका जीता जागता उदाहरण ट्रान्सगोमती इलाके के एक एस0ओ0 द्वारा महिला कांस्टेबिल के हाथ पर दिल बनाकर आई0लव0यू0 लिखना है। कांस्टेबिल की षिकायत को दबाने की कोषिष की जा रही है।
श्री चैहान ने प्रदेष सरकार से मांग की है कि उत्तराखण्ड की आपदा में मृतकों के परिजनों का डी0एन0ए0 सैम्पल भेजकर शीघ्र कार्यवाही करायें जिससे उनके परिजनों को मुआवजा सहित अन्य देयों का भुगतान हो सके। साथ ही राजस्व अभिलेखों में भी मृतक के परिजनों का नाम दर्ज हो सके।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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