उ0प्र0 सहकारी चीनी मिल्स संघ लि0 के प्रबन्ध निदेशक डा0 वी0के0यादव ने आज यहां बताया कि सहकारी चीनी मिलों का मुख्य उद्देश्य गन्ना कृषकों की गन्ना उपज का मूल्य प्रदान कर उनकी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ कर उन्हें समाज की मुख्य धारा में लाना है जिसके लिये सहकारी चीनी मिलें सर्वथा समर्पित एवं निरन्तर तत्पर हैं। पेराई सत्र 2012-13 में सहकारी चीनी मिलों 695.19 लाख कुन्तल गन्ने की पेराई की गई थी जिसके सापेक्ष्य 1925.16 करोड़ रुपये गन्ना मूल्य देय हुआ। शासन की नीतियों के अनुरूप गन्ना कृषकों के हितों को दृष्टिगत रखते हुये 1839.55 करोड़ रुपये गन्ना मूल्य का भुगतान प्राथमिकता के आधार पर किसानों को सुनिश्चित कराया जा चुका है। देय गन्ना मूल्य का भुगतान किया जा रहा है- कुल गन्ना क्रय 695.19 लाख कुन्तल, कुल देय गन्ना मूल्य 1925.16 करोड़ रुपये, गन्ना मूल्य भुगतान 1839.55 करोड़ रुपये, गन्ना मूल्य भुगतान का प्रतिशत 95.55 प्रतिशत, अवशेष गन्ना मूल्य 85.61 करोड़ रुपये, अवशेष गन्ना मूल्य का 04.45 प्रतिशत है।
श्री यादव ने बताया कि शासन की नीतियों के अनुरूप सहकारी चीनी मिलें प्रमुख सचिव, चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास विभाग, उ0प्र0शासन श्री राहुल भटनागर के प्रयासों से कुल देय गन्ना मूल्य का 95.55 प्रतिशत भुगतान करने मे ंसफल रही है तथा इनके मार्गदर्शन में सहकारी चीनी मिलें निरनतर प्रगति की ओर अग्रसर हैं। आगामी पेराई सत्र 2013-14 के लिये सहकारी चीनी मिलों का बेहतर एवं गुणवत्तापरक रिपेयर एवं मेंटीनेंस कर तैयार किये जाने का कार्य युद्धस्तर पर कराया जा रहा है ताकि चीनी मिलें पूरी क्षमता के साथ पेराई कार्य कर सकें। सम्पूर्ण पेराई क्षमता उपयोग से गन्ना कृषकों की गन्ना उपज की अधिक से अधिक पेराई सम्भव हो सकेगी और शासन की नीतियों के अनुरूप गन्ना कृषकों को उनकी उपज का अधिक से अधिक मूल्य प्राप्त हो सकेगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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