जनपद के नगर कोतवाली क्षेत्र की वेश कीमती जमीनो की दलाली और उसमे कोतवाली नगर की भूमिका ने नगर में कानून व्यवस्था को माखौल बना दिया है जिससे आम जनता में सपा सरकार का अस्तित्व व ला एण्ड आर्डर ही संदेहास्पद हो गया है ।
गौरतलब हो नगर के आस पास के ईलाको की सरकारी व खाते की जमीनो पर फर्जी एग्रीमेंट और बैनामें हिबानामें के जरिये कब्जा करने रंगदारी वसूली करने की बाढ आ गई है । जिसको देखो गैग बनाकर जमीनो की प्लाटिंग करना कब्जा करवाना अवैध निर्माण कराना अब सुलतानपुर का उद्योग बन गया है । उसमें कोतवाली नगर के कुछ घाघ सिपाही व दरोगाओं की पर्सनल टीमे तक बन गई है जो मौके पर पहुंच कर दोनो पक्षो को कोतवाली बुलाकर मैनेज करती है । चाहे भय से चाहे पैसे से जो नही मानते है उनसे तहरीर के आधार पर दबाव बनाया जाता है ।
वही दूसरी ओर जिले के पांचोपीरन, पयागीपुर, करौदिया, रानी की बगिया, बढैयावीर आदि जगहो पर तो पूर्वाचल के माफियाओं तक का दखल देखा गया है । जब से सपा सरकार सत्त्ता मे आई है जिला जेल में नामी गिरामी माफियाओं की मौजूदगी ने नगर के छुटभैये अराजक तत्वो को भी जमीन माफिया बना दिया है ।
बीते माह पांचोपीरन की ही एक जमीन व कर्रि्बस्तान पर कब्जे को लेकर भी पूर्व सांसद के भाईयों के बीच मारपीट व तनातनी हुई थी जिसमें पूर्वांचल के बाहुबली के गुर्गो की मय वाहन उपस्थिती सभी ने देखी थी कल की घटना में भी ताहिर के भाई पर हुए अटैक में किसी तीसरे पक्ष की भूमिका को नजरन्दाज नही किया जा सकता । हालात बताते है और स्थानीय लोगो की माना जाये तो हमला करने वाले नकाब पोश थे । जबकि जमीन के विवाद में विपक्षी अधिवक्ता तो खुलेआम विरोधी है और मारपीट में भी बिना मुंह ढके ही शामिल थे, नामजद थे तो सवाल उठता है कि घायल शब्बन पर हमला करने वालो ने मुंह क्यो ढांका था क्या उन्हे पहचान का डर था । या कुछ और हालात तो यही कह रहे है कि दो बंदरो की लडाई की लडाई में बिल्ली ने तो हाथ नही साफ किया यह सोचनीय है ।
वही पुलिस की भूमिका भी साफ नही है नामजद लोगो की गिरिफ्तारी न हो ना चोटहिल अधिवक्ता को पुलिस संरक्षण न देना ताहिर के पुराने दुश्मनो की भी भूमिका से इंकार नही किया जा सकता । बहरहाल अगर नगर मे यही हाल रहा तो कानून व्यवस्था पूरी तरह ठप हो जायेगी और जिले मे अमन चैन बांधित हो सकता है । जनता ने मुख्यमंत्री से जिले के अधिकारियों की भूमिका की जांच और जनता को न्याय सुरक्षा व स्वतंत्रा बहाल कराने की मांग की है ।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com