समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चैधरी ने कहा है कि उत्तर प्रदेश की राजनीति में बसपा और कांग्रेस समाजवादी पार्टी के खिलाफ जिस तरह से भाजपा को अपना समर्थन दे रहे हैं वह आश्चर्यजनक तो है ही साथ ही चिन्ता का कारण भी है। बसपा अध्यक्ष सुश्री मायावती तो अपनी आदत से मजबूर है और हर मौके पर राष्ट्रपति षासन लगाने की मांग करती रहती हैं। कांग्रेस भी समाजवादी पार्टी पर हमला बोलने में पीछे नहीं रहती है। भाजपा के साथ उक्त दोनों दलों की यह स्थिति प्रदेश के विकास के मार्ग में रोड़ा अटकाने वाली है। अच्छा होता कि कांग्रेस और बसपा प्रदेश में सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ आवाज उठाती। विहिप, बजंरग दल के साथ भाजपा ऐसे मुद्दे उठा रही है जिससे सामाजिक तानाबाना टूटे और अशांति पैदा हो। विकास विरोधी ताकतों ने अभी प्रदेश में कानून व्यवस्था को बिगाड़ने की कोशिश की ताकि सद्भावना का माहौल नष्ट हो। हम सभी को अयोध्या की जनता का शुक्रगुजार होना चाहिए कि उसने सांप्रदायिक तत्वों को पनाह नहीं दी और उनसे सहयेाग भी नहीं किया।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश में लोकतांत्रिक व्यवस्था को अपनाते हुए आम जनता के सुख-दुःख के साथ सहभागिता निभाने का काम किया है। बसपा शासनकाल में लोग जिस यंत्रणा से गुजर रहे थे समाजवादी पार्टी शासन में उससे मुक्ति मिली। भय, भ्रष्टाचार और लूट का राज खत्म हुआ। मायाराज में विपक्ष और विरोध की आवाज को कुचलने का काम हुआ था जबकि श्री अखिलेश यादव ने लोकतंत्र को पुनर्जीवित किया है। समाजवादी पार्टी सरकार प्रदेश में विकास का रचनात्मक एजेण्डा चला रही है। उसकी प्राथमिकता कानून का राज स्थापित करना है। सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ समाजवादी पार्टी हमेशा संघर्ष करती रही है। कांग्रेस, भाजपा और बसपा ने प्रदेश को बदहाल बनाया है। बाबरी मस्जिद के ध्वंस में कांग्रेस और भाजपा परस्पर सहयेागी रहे हैं। बसपा को यही दोनों दल संरक्षण देते रहे हैं। इसलिए ये सभी मिलकर समाजवादी पार्टी पर हमलावर हैं और अयोध्या में कल अशांति अव्यवस्था फैलाने वालों की साजिशों को जिस प्रशासनिक कौशल के साथ असफल किया गया, उससे खीझे हुए हैं। हताशा में ही वे उल्टे सीधे बयान दे रहे है। जनता ने सांप्रदायिक ताकतों को शिकस्त देकर उन राजनीतिक दलों को भी सबक दिया है जो धर्मनिरपेक्षता के साथ विश्वासघात कर रहे है और समाज को तोड़ने वालों को प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष समर्थन दे रहे है। अयोध्या और प्रदेष की जागरूक जनता से उन सभी को खेद व्यक्त करना चाहिए जो जनता को बरगलाने और सांप्रदायिक सौहार्द को मिटाने में लगे हुए हैं। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का यह कदम सराहनीय है कि उन्होने प्रदेश की जनता के हित में सांप्रदायिक उन्माद पर रोक लगाकर भाजपा, विश्व हिन्दू परिशद और आर0एस0एस0 के मंसूबों पर पानी फेर दिया है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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