राष्ट्रीय लोकदल का एक प्रतिनिधि मण्डल प्रदेष अध्यक्ष मुन्ना ंिसंह चैहान के नेतृत्व में महामहिम राज्यपाल महोदय से मिला। प्रतिनिधि मण्डल में विधान परिषद में रालोद नेता चै. मुष्ताक अहमद, राष्ट्रीय सचिव अनिल दुबे, अध्यक्ष पूर्वी उ0प्र0 इं0 संतोष कुमार मिश्र, अध्यक्ष मध्य उ0प्र0 राकेष कुमार सिंह मुन्ना, प्रदेष महासचिव वसीम हैदर शामिल थे।
प्रतिनिधि मण्डल ने प्रदेष के हालात पर चिन्ता व्यक्त करते हुये महामहिम से कहा कि सन् 2009 में सामान्य परिस्थितियों में लोकसभा का चुनाव हुआ था तो भारतीय जनता पार्टी तथा समाजवादी पार्टी को चुनाव में सीटों का नुकसान हुआ था इसलिए 2014 के लोकसभा चुनाव को सन्निकट देख अपने राजनैतिक लाभ के लिए प्रदेष में साम्प्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने के मंसूबे से अयोध्या में 84 कोसी परिक्रमा का आयोजन दोनो पार्टियों की मिलीभगत से किया गया इसलिए राष्ट्रीय लोकदल की मांग है कि विष्व हिन्दू परिषद तथा उ0प्र0 के मुख्यमंत्री अखिलेष यादव व सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के बीच मुख्यमंत्री आवास पर हुई बैठक में हुये गुप्त समझौते को सार्वजनिक करते हुये प्रदेष की जनता के सामने लाया जाय।
प्रतिनिधि मण्डल ने यह भी कहा कि प्रषासनिक अधिकारियों द्वारा सुरक्षा व्यवस्था के नाम पर दिये जा रहे उत्तेजनात्मक बयान से प्रदेष की गंगा जमुनी तहजीब को खतरा उत्पन्न हो गया है। प्रषासनिक अधिकारियों द्वारा सुरक्षा सम्बन्धी तैयारी के बयान इतने बढ़ा चढ़ा कर प्रसारित किये जा रहे हैं जिससे लगता है कि प्रदेष सरकार जान बूझकर प्रदेष का माहौल गर्म करना चाहती है और अल्पसंख्यक व बहुसंख्यक दोनो की भावना को भड़काकर सियासी लाभ लेना चाहती है। राष्ट्रीय लोकदल नेताओं ने महामहिम को यह जानकारी भी दी कि मुख्यमंत्री आवास पर विहिप नेताओं के प्रतिनिधि मण्डल तथा प्रदेष के मुख्यमंत्री की बैठक में विहिप के कुछ नेताओं को सरकारी खर्चे पर सुरक्षा मुहैया कराने का भी फरमान जारी किया गया जिससे साफ हो जाता है कि विहिप तथा सपा के बीच नूरा कुस्ती हो रही है।
प्रतिनिधि मण्डल ने महामहिम को वैदिक रीति रिवाजों का हवाला देते हुये अवगत कराया कि चतुर्मास में किसी प्रकार का धार्मिक आयोजन नहीं होता और न ही भादौ मास में अयोध्या में किसी भी परिक्रमा की परम्परा रही है इसलिए यह आयोजन पूरी तरह राजनैतिक षड़यन्त्र है जिसे विहिप, भाजपा तथा सपा की मिलीभगत से चलाया जा रहा है।
प्रतिनिधि मण्डल ने महामहिम को पांच सुत्रीय ज्ञापन दिया जिसमें मुख्यमंत्री आवास पर हुई विहिप प्रतिनिधि मण्डल तथा मुख्यमंत्री की बैठक में हुई वार्ता को सार्वजनिक करने, विहिप नेताओं को सरकारी खर्चे पर दी गयी सुरक्षा की जांच, प्रषासनिक अधिकारियों द्वारा दिये जा रहे उत्तेजनात्मक बयान पर रोक लगाये जाने तथा प्रदेष की गंगा जमुनी तहजीब को कायम रखने की गुहार लगायी गयी साथ ही विहिप नेताओं द्वारा पूर्व में धार्मिक उन्माद भड़काये जाने के बावजूद किन परिस्थितियों में प्रदेष सरकार तथा पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा मिलने का समय देकर विहिप के प्रतिनिधि मण्डल को महिमा मण्डित किया गया इसकी जांच कराये जाने की मांग की।
यह जानकारी राष्ट्रीय लोकदल के प्रवक्ता ने दी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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