नियंत्रण विहीन है लम्भुआ का रजिस्ट्री विभाग जनपद की लम्भुआ तहसील के रजिस्ट्री विभाग मे राजस्व की चोरी व व्रहृेताओ का शोषण खुले आम जारी है उपमहानिरीक्षक स्टाम्प की जानकारी मे हो तो और भी आश्श्चर्यजनक है ।
गौरतलब हो कि जनपद मे सभी तहसीलो मे जमीन जायदाद की खरीद फरोख्त के लिए रजिस्ट्री विभाग स्थापित किये गये है जिससे तहसीले के अन्र्तगत आने वाले ग्रामो के निवासिंयो की रजिस्ट्री के लिए मुख्यालय का चक्कर लगाना पड़े ओैर वही दूसरी ओर सरकार को पूरा राजस्व स्टाम्प डयूटी के तहत प्राप्त हो। तहसीलो मे स्थित होने के चलते विके्रता जायदाद की उचित जानकारी व मुवायना सरल होता है जिससे के्रता विकेता सर्किल व रेट के अनुसार डयूटी देने पर मजबूर होते है । राजस्व की चोरी नही हो पाती ।
बताते चले कि प्रदेश सरकार को सबसे ज्यादा राजस्व देने वाले महकमे मे रजिस्ट्री विभाग भी शुमार है मगर जिनके ऊपर सरकार विश्वास करती है वही सरकार के राजस्व की चोरी अपने स्वार्थ मे कर रहा है । मालूम हो कि वर्षो से एक ही जगह एक ही सीट पर अपने भ्रष्टाचार के बदौलत उपनिबन्धक यहां डटे है । यही नहीं यहां होने वाली जायजाद की खरीद उपरोक्त मे २ प्रतिशत से ४ प्रतिशत तक की अवैध वसूली खुलेआम की जाती है। कारण भी है कि गैर कानूनी जर््ंग से दस्तावेज लेकर पूरे गोल माल मे २० प्रतिशत के हिस्सेदार होते है । भ्रष्टाचार की पहली कड़ी दस्तावेज लेखक ही है जो आवासीय भूमि व्यवसायिक भूमि को क=षि योग्य दर्शाकर स्टाम्प डयूटी का ३ प्रतिशत नगद नजराना उपनिबंधक को दिलाते है। और तो और बैनामे की नकल व मुवायने में मे भी पैसा बसूली होती है और वो भी कई कई दिन नकल के लिए दौड़ाया जाता है। यहां के रजिस्ट्री विभाग मे मौका मुवायना शायद ही किया जाता है।
बड़ी मालियत व खरीद फरोख्त को नजराना लेकर छोटे छोटे टुकडो मे रजिस्ट्री किया जाता है। बड़ी विक्री होने पर मुवायना डी.एम. तक न जाये जो व्रहृेता प्रतिशत नही देता है उसको खसरे की नकल पेन कार्ड चकबंदी की नकल सड़क किनारे की भूमि सिद्ध अवैध फीस देने पर मजबूर हो जाता है अब तो दफा सरपट फोटो लगवाकर फर्जी स्त्री पुरुष का बयान कराकर भी वैनामा करने की चर्चा चारो ओर जनता मे व्याप्त है । यही कारण है कि रजिस्ट्री आफिस का चपरासी भी चार पहिया लग्जरी वाहन से चल रहा है । इन सबकी जानकारी ए० आई.जी. स्टाम्प को है मगर नियमित माहवारी पाकर भ्रष्टाचार पर चुप्पी साधे है तहसील क्षेत्र जनता ने मुख्यमंत्री व मुख्य सचिव से न्याय की मांग की है ।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com