- अस्पतालों में दवाओं की उपलब्धता और सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाय
- मानक से कम सर्जरी एवं ओ0पी0डी0 करने वाले चिकित्सकों के वेतन रोकने के निर्देश
- अच्छा कार्य करने वाले 16 सर्जन एवं फिजिशियन सम्मानित चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की दो दिवसीय राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक सम्पन्न
- जापानी बुखार को जड़ से समाप्त करने हेतु अभियान चलायें -अहमद हसन
उत्तर प्रदेश के चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री अहमद हसन ने जनपदों में आम जनता को अच्छी स्वास्थ्य सुविधायें उपलब्ध कराने के निर्देश देते हुये कहा कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी अपने जनपदों में दवाओं की उपलब्धता बनाये रखें इसके लिए बजट उपलब्ध करा दिया गया है। इन दिनों डायरिया का प्रकोप बढ़ जाता है इसलिए अस्पतालों में ओ0आर0एस0 और जिंक की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाये। चिकित्सक अस्पतालों में समय से बैठे और कम से कम 40 मरीजों को रोजाना देखें। मानक से कम ओ0पी0डी0 एवं सर्जरी करने वाले चिकित्सकों के विरूद्ध विधिक कार्यवाही की जायेगी।
यह निर्देश कल यहां देर शाम मुख्य चिकित्सा अधिकारी लखनऊ के सभागार में दो दिवसीय राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक में चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री अहमद हसन ने मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को दियें। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार जनता को बेहतरीन चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने हेतु कटिबद्ध है। अधिकारी सरकार की मंशा के अनुरूप कार्य करें। डाक्टर समय से अस्पतालों के आयें और मानक के अनुरूप प्रतिदिन कम से कम 40 ओ0पी0डी0 जरूर करें। उन्होंने सभी अपर निदेशक एवं सी0एम0ओ0 को निर्देश देते हुए कहा कि जो चिकित्सक 40 से कम ओ0पी0डी0 करें उनके विरूद्ध विधिक कार्यवाही की जाये। अच्छे कार्य करने वाले फिजिशियन एवं सर्जन को पुरस्कृत भी किया जाये।
श्री हसन ने कहा कि प्रदेश के सभी अस्पतालों में विशेषरूप से महिला प्रसव कक्षों में साफ-सफाई पर जोर दिया जाये। जननी सुरक्षा योजना के चेकों का वितरण समय से वितरित किया जाये। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही न बरती जाये। उन्होंने कहा कि जापानी बुखार (जापानी इंसेफलाइटिस) 1978 से गोरखपुर में शुरू हुआ आज 35 वर्ष हो गये और इस बीमारी पर अभी तक काबू नहीं पाया जा सका है यह अफसोसनाक है। हमें अपने सिस्टम में सुधार लाने की आवश्यकता है। बहुत से चिकित्सक अच्छे कार्य कर रहे हंै। उन्होंने कहा कि जापानी बुखार के विरूद्ध (प्रभावित जनपदों में) एक अभियान चलाया जाये। इस अभियान में आशा, एनम एवं आगंनबाड़ी कार्यकत्रियों को विशेष प्रशिक्षण देकर घर-घर बच्चों को टीका लगाया जाये और इस बीमारी को जड़ से पोलियो की तरह समाप्त किया जायें।
इस अवसर पर उन्होंने 16 फिजिशियन तथा सर्जनों को पुरस्कृत किया। पुरस्कृत किये गये सर्जनों में डा0 राम नवल, डी0जे0एच0 महराजगंज 6274 सर्जरी के लिए, डा0 जगत नारायण सिंह सोनभद्र को 4082, डा0 धनन्जय कुमार गोरखपुर को 3576, डा0 आर0पी0सिंह जालौन को 1925, डा0 उमेश कुमार अहिरवार झांसी को 1858, डा0 सुषमा करनवाल सीतापुर को 1766, डा0 मधु सक्सेना सहारनपुर को 1722, डा0 एस0के0विश्नोई लखनऊ 1766 एवं डा0 रमेश चन्द्र झांसी को 1 जनवरी से 30 जून तक 1714 सर्जरी करने पर प्रशस्ती प्रमाण पत्र दिया गया इसी प्रकार डा0 बालकृष्ण अलीगढ़, डा0 मृदुल अग्रवाल मुजफ्फर नगर, डा0 एस0सी0यादव, डा0 आर0के0अरोड़ा एवं डा0 वी0के0गुप्ता जिला अस्पताल आगरा को अधिक ओ0पी0डी0 करने एवं डा0 पुष्पलता को सी सेक्शन आपरेशन करने तथा डा0 महेन्द्र यादव सी0एच0सी0 बदलापुर जौनपुर को कम संसाधन के बावजूद वहां पर अच्छे कार्य के लिए प्रशस्ती प्रमाण पत्र दिया गया।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अब अच्छे कार्य करने वाले चिकित्सक सम्मानित होंगे और कार्य में लापरवाही बरतने वालों को दण्डित किया जायेगा। उन्होंने प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण श्री प्रवीण कुमार को निर्देश दिये कि मानक से कम ओ0पी0डी0 और सर्जरी करने वाले फिजिशियन एवं सर्जनों का वेतन रोकते हुये उनसे स्पष्टीकरण प्राप्त कर प्रस्तुत किया जा ताकि ऐसे चिकित्सकों के विरूद्ध विभागीय कार्यवाही की जा सके। उन्होंने वाराणसी महिला अस्पताल में कम ओ0पी0डी0 करने वाले तीन डाक्टरों को अन्य जनपदों में स्थानान्तरण करने के निर्देश दिये। उन्होंने आजगढ़ जनपद के मुबारकपुर में डायरिया के बढ़ते प्रकोप से निपटने के लिए तत्काल आवश्यक कदम उठाये जाने के निर्देश देते हुए कहा कि ए0डी0 आजमगढ़ तत्काल वहां जाकर देखें और रिपोर्ट से अवगत करायें और वहां पर ओ0आर0एस0 एवं जिंक की उपलब्धता भी सुनिश्चित करें। आवश्यकता पड़ने पर निदेशालय से भी एक टीम वहां पर भेजी जाये। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में मरीजों को किसी प्रकार की असुविधा न हो इसका ध्यान रखा जाये। हमें जनपदों में स्वास्थ्य संबंधी सुविधायें बढ़ानी होगी। लखनऊ जनपद में अच्छा कार्य हो रहा है जनता को अच्छी चिकित्सकीय स्वास्थ्य सुवधिायें उपलब्ध कराने हेतु सभी सी0एम0ओ0 कमर कस लें। उन्होंने सभी चिकित्सकों को अपने उत्तरदायित्वों का निर्वाहन, पूरी ईमानदारी से करने के निर्देश देते हुये कहा कि यह सेवा बहुत ही पुन्य का है। उन्होेंने कहा कि अस्पतालों में आने वाले बीमार और तीमारदार आप में भगवान की छवि देखते है। उनके इस भरोसे को बनाये रखें। उन्होंने कहा कि फर्जी एवं झोला छाप डाक्टरों के विरूद्ध अभियान चलाकर उनके विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जाये।
इस अवसर पर वाराणसी, मिर्जापुर, आजमगढ़, फैजाबाद, गोरखपुर, बस्ती, चित्रकूट, इलाहाबाद और देवीपाटन मण्डल से अपर निदेशक स्वास्थ्य, मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं विभागीय वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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