उत्तर प्रदेश के अन्य पिछड़ा वर्ग की सूची में राज्य की जातियों एवं उपजातियों को शामिल करने, निष्कासित करने और संशोधन के लिए प्रत्यावेदनों पर सुनवाई 20, 22 व 23 अगस्त को आयोग के कार्यालय कक्ष में होगी। आयोग ने आज खंगार, भूर्तिया, केसरवानी वैश्य, वर्नवाल वैश्य व दोसर वैश्य जातियों को ओ0बी0सी0 की श्रेणी में शामिल करने तथा निष्कासित करने के प्रत्यावेदनों पर सुनवाई की।
अध्यक्ष, उ0प्र0 राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग श्री राम आसरे विश्वकर्मा ने आज यहां इस संबंध में बताया कि आयोग की सात सदस्यीय पीठ ने इन सभी पांच जातियों के प्रत्यावेदनकर्ताओं के समस्त साक्ष्यों एवं मतों को राज्य के पिछड़ा वर्ग की श्रेणी में शामिल करने के संबंध में सुनवाई की। वहीं इन जातियों के इस वर्ग में शामिल न करने के विपक्ष द्वारा प्रस्तुत साक्ष्यों एवं मतों की भी सुनवाई की गयी। सुनवाई के दौरान इन सभी पांच जातियों ने पिछड़ा वर्ग की सूची में शामिल करने के लिए आयोग से अपील की। सात सदस्यीय पीठ में अध्यक्ष के अतिरिक्त, उपाध्यक्ष श्री दीप सिंह पाल एवं श्री राज नारायण बिन्द, सदस्य श्रीमती विद्या यादव, श्री राम प्रसाद सविता, श्री जवाहर लाल साहू व श्री अनिल यादव उपस्थित थे।
श्री विश्वकर्मा ने बताया कि 20 अगस्त को ओड़ क्षत्रिय राजपूत, कमलापुरी वैश्य, उमर बनिया, अग्रहरि वैश्य व माहौर वैश्य जातियों की इस संबंध में अन्तिम सुनवाई की जायेगी। उन्होंने कहा कि सुनवाई के लिए सात सदस्यीय पीठ में अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष के साथ आयोग के सदस्य शंकर लोधी, अभय सिंह नायक, श्री बृजराज सैनी व अनिल यादव होंगे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com