- प्रतिभावान विद्यार्थियों को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर उच्च स्तरीय शिक्षा के लिए विकसित करने का अवसर उपलब्ध कराया जाये: जावेद उस्मानी
- एक मेधावी बच्चे पर कक्षा 6 से 12 तक (7 वर्ष में) लगभग 10 लाख रूपये व्यय की धनराशि शिव नाडर फाउंडेशन द्वारा वहन की जायेगी: टी0एस0आर0 सुब्रमण्यन
- उ0प्र0 सरकार एवं शिव नाडर फाउंडेशन के समझौते मसौदे पर हस्ताक्षर
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री जावेद उस्मानी ने कहा है कि उत्तर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों के आर्थिक रूप से कमजोर मेधावी विद्यार्थियों को विश्व स्तरीय उत्कृष्ट आवासीय शिक्षा उपलब्ध कराने हेतु शिव नाडर फाउंडेशन द्वारा संचालित योजना को प्रदेश के समस्त जनपदों में विस्तार कराने में नियमानुसार आवश्यक सहयोग किया जायेगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान में शिव नाडर फाउंडेशन द्वारा इस क्षेत्र में दो स्कूल-सीतापुर एवं बुलंदशहर में स्थापित किये जा चुकेे है जिनमें 59 जनपदों के 1400 से भी अधिक मेधावी विद्यार्थी विश्व स्तरीय उत्कृष्ट आवासीय शिक्षा का लाभ प्राप्त कर रहे हैं। अब इस योजना का विस्तार प्रदेश के समस्त 75 जनपदों में विस्तार कराने का प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जनपद से प्रतिवर्ष अंतिम प्रतियोगिता लिखित परीक्षा के माध्यम से चयनित टापर्स में से 08 मेधावी विद्यार्थियों जिनमें कम से कम एक तिहाई बालिकाएं होंगी, को विद्याज्ञान स्कूल में प्रवेश प्रदान कर विश्व स्तरीय आवासीय शिक्षा कक्षा 6 से 12 तक नितान्त निःशुल्क शिक्षा फाउंडेशन द्वारा उपलब्ध करायी जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रतिभावान विद्यार्थियों को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर उच्च स्तरीय शिक्षा के लिए विकसित करने का अवसर उपलब्ध कराया जायेगा।
मुख्य सचिव ने आज शास्त्री भवन स्थित मुख्य सचिव के सभागार कक्ष में उ0प्र0 सरकार एवं शिव नाडर फाउंडेशन के समझौते मसौदे पर किये गये हस्ताक्षर के समय अपने उद्गार व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार एवं शिव नाडर फाउंडेशन समझौते मसौदे के माध्यम से शिक्षा के स्तर को शिखर पर ले जाने हेतु मिलकर कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों के निर्धन मेधावी विद्यार्थियों को विश्व स्तरीय उत्कृष्ट आवासीय शिक्षा उपलब्ध होगी।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव एवं अध्यक्ष विद्याज्ञान स्कूल प्रबंधक बोर्ड श्री टी0एस0आर0 सुब्रमण्यन ने बताया कि एक मेधावी बच्चे पर कक्षा 6 से 12 तक (7 वर्ष में) लगभग 10 लाख रूपये व्यय की धनराशि शिव नाडर फाउंडेशन द्वारा वहन की जायेगी। उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों के प्रत्येक परिषदीय विद्यालय के सर्वोच्च अंक प्राप्त बालक एवं बालिका को शिक्षा विभाग द्वारा चयनित करके प्रत्येक जनपद में प्रारम्भिक लिखित परीक्षा जिलाधिकारी के नियंत्रण एवं पर्यवेक्षण में बेसिक शिक्षा तथा माध्यमिक शिक्षा द्वारा आयोजित करायी जायेगी। उन्होंने बताया कि जनपद स्तरीय प्रारम्भिक लिखित परीक्षा के सर्वोच्च अंक प्राप्त विद्यार्थियों में से, विद्याज्ञान स्कूल की अंतिम लिखित परीक्षा में भाग लेने हेतु चयनित किया जायेगा। उन्होंने बताया कि इस योजना के कार्यान्वयन के फलस्वरूप न केवल विद्याथर््िायों वरन अध्यापकों के मध्य एक स्वस्थ समन्वय स्थापित किया जा सकेगा।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा श्री सुनील कुमार, परियोजना निदेशक, सर्व शिक्षा अभियान श्रीमती अमृता सोनी, परियोजना निदेशक विद्याज्ञान, श्री एस0के0 महेश्वरी, प्रधानाचार्य, विद्याज्ञान स्कूल सीतापुर श्री एस0जे0 डेविड, निदेशक प्रोजेक्ट शिक्षा नोयडा, श्री राबिन सरकार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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