भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डा0 लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने आज कहा कि अखिलेश सरकार उत्तर प्रदेश में खनन माफियाओं को प्रोत्साहन देने का काम कर रही है। डा0 बाजपेयी ने कहा उत्त्र प्रदेश में अवैध खनन को रोकने और मल्लाह, बिन्द, निषाद, केवट जैसी पिछड़ी जातियों को रोजी-रोजगार उपलब्ध कराने के लिए राजनाथ सिंह जी मुख्यमंत्री काल में जारी शासनादेश को भी समाजवादी पार्टी की सरकार ने बदल कर खनन माफियाओं को बढ़ावा देने का काम किया। प्रदेश भाजपाध्यक्ष आज पार्टी मुख्यालय पर जनता पार्टी के प्रमुख पदाधिकारियों को पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराने के बाद पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डा0 लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने कहा मा0 राजनाथ सिंह जी के मुख्यमंत्री काल में 30 दिसम्बर 2000 को खनिज नीति 1968 निविदा/सहनिविदा प्रणाली के स्थान पर पट्टा प्रणाली को लागू करने का फैसला किया था। इस फैसले को इसलिए लागू किया गया था ताकि नीलामी प्रणाली से हो रहे अनियमित खनन पर रोक लग सके तथा मशीनों का उपयोग बंद हो। साथ ही सामाजिक एवं शैक्षणिक पिछड़े वर्ग, पिछड़े समुदाय के व्यक्तियों को तीन से पांच वर्ष के लिए पट्टा दिया जाये ताकि उन्हे रोजी रोजगार के अवसर उपलब्ध हो सके। लेकिन समाजवादी पार्टी ने सत्ता में आते ही खनन की पूरी नीति को ही बदलते हुए उपखनिज परिहार नियमावली 1963 9 ”क” के अन्र्तगत पट्टा देने की जो प्रक्रिया थी उसे 22 जून 2004 को बदल दिया। सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के मुख्यमंत्री काल में निषाद, बिन्द, मल्लाह, केवट जैसी जातियों को रोजगार देने के लिए पट्टा आवंटन की प्रक्रिया को रद्द कर दिया गया।
प्रदेश भाजपाध्यक्ष ने कहा अखिलेश सरकार ने भी 15 मार्च 2012 को शपथ ग्रहण की और 31 मार्च 2012 को राज्य में खनन के लिए ई-टेण्डर निविदा प्रणाली का ऐलान कर दिया। ताकि खनन के कारोबार में छोटे तबके के लोगों के बजाय खनन माफियाओं का वर्चस्व बना रहे । डा0 बाजपेयी ने कहा राज्य में अवैध खनन के आरोप में थानों में बंद जे.सी.बी. मशीनो, डम्परों और ट्रकों के मालिकों के नाम और जो लोग इन्हे किराये पर लेकर चला रहे थे यदि उनके नाम सार्वजनिक हो जाये तो उनके राजनैतिक कनेक्शन भी उजागर हो जायेगे।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने प्रतापगढ़ और अम्बेड़करनगर में मुस्लिम तुष्टिकरण के कारण बढ़ रही विद्वेष की घटनाओं पर भी गहरी चिन्ता जाहिर की। उन्होंने कहा कि विद्वेष की घटनाओं में पुलिस एकतरफा कार्रवाई कर रही है। डा0 बाजपेयी ने कहा कि राजनीतिक कारणों से हो रहे बहुसंख्यक समुदाय का उत्पीड़न तत्काल बंद हो। डा0 बाजपेयी ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि मुस्लिम तुष्टिकरण की नीति के कारण हो रहे बहुसंख्यक समुदाय का उत्पीड़न बंद नहीं हुआ तो भाजपा कार्यकर्ता संघर्ष को बाध्य होगे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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