पर्यावरण संतुलन को बनाये रखने हेतु एक ओर जहंा प्रदेश सरकार बड़ी-बड़ी घोषणाएं करती है, बड़े-बड़े दावे करती है वहीं गोमतीनगर में स्थित राम मनोहर लोहिया पार्क के हरे और छायादार पेड़ काटकर पार्क की उपयोगिता को खत्म करने के राज्य सरकार द्वारा किये गये प्रयास पर प्रदेश कंाग्रेस के पूर्व सचिव सुनील राय द्वारा विगत 08जुलाई को केन्द्रीय वन मंत्री को पत्र लिखकर इसे रोकने का अनुरोध किया गया था, जिस पर केन्द्रीय वन मंत्रालय द्वारा हरे पेड़ को काटने से रोकने के सम्बन्ध में 30जुलाई को प्रधान मुख्य वन संरक्षक, वन विभाग, उ0प्र0 सरकार, लखनऊ को आदेश जारी किया गया है।
प्रदेश कंाग्रेस के पूर्व सचिव सुनील राय ने बताया कि लगभग एक दशक पूर्व समाजवादी पार्टी सरकार द्वारा गोमतीनगर में राम मनोहर लोहिया पार्क की स्थापना की गयी थी तथा भारी संख्या में हरे पेड़ व औषधीय गुणों से परिपूर्ण पौधे लगाये गये थे। यह पार्क अपने हरे-भरे स्वरूप और स्वच्छ वातावरण के लिए प्रदेश की राजधानीवासियों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल बन चुका है। सुबह और शाम हजारों की संख्या में न सिर्फ गोमतीनगर बल्कि पूरे लखनऊ के शहरवासियों के स्वस्थ जीवन का आधार यह पार्क बन चुका है।
श्री राय ने बताया कि राज्य सरकार हरे पेड़ लगवाने के नाम पर करोड़ों रूपये खर्च करती है और वन विभाग भी पूरी जिम्मेदारी के साथ प्रदेश में छायादार वृक्ष लगाने में जुटा हुआ है। ऐसी स्थिति में गोमतीनगर में राजधानीवासियों के लिए जीवनदायिनी के रूप में प्रसिद्ध राम मनोहर लोहिया पार्क के हरे पेड़ों को काटे जाने से न सिर्फ उसकी सुन्दरता बल्कि उसमें लगे हुए छायादार और औषधीय गुणों वाले वृक्ष भी नष्ट हो रहे थे, जिस कारण राज्य सरकार और वन विभाग से बार-बार अनुरोध करने पर भी जब हरे पेड़ों को काटा जाना बंद नहीं हुआ तो उन्होने केन्द्रीय वन मंत्री से हरे पेड़ों को काटे जाने से रोकने हेतु अनुरोध किया। जिस पर केन्द्रीय वन मंत्री जी ने त्वरित कार्यवाही करते हुए हरे पेड़ों को काटे जाने से रोकने एवं यथोचित कार्यवाही करने का पत्र प्रधान मुख्य वन संरक्षक उ0प्र0 सरकार को भेजा है।
श्री राय ने केन्द्रीय वन मंत्री द्वारा राम मनोहर लोहिया पार्क के हरे पेड़ों को काटे जाने से रोकने के आदेश जारी करने पर यूपीए सरकार और केन्द्रीय वन मंत्री का आभार व्यक्त किया है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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