उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री जावेद उस्मानी ने अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि ड्राइवरों की गलती से होने वाली सड़क दुर्घटनाओं को रोकने हेतु केन्द्र सरकार के सहयोग से ड्राइवरों को प्रशिक्षित करने के लिए प्रदेश में ड्राइवर प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान स्थापित करने के लिए शीघ्र ही एक प्रस्ताव तैयार कर सक्षम स्तर से अनुमोदन प्राप्त करने के उपरान्त भारत सरकार को स्वीकृत करने हेतु भेजा जाये। उन्होंने कहा कि सेवारत ड्राइवरों एवं खतरनाक मालवाहक ड्राइवरों के प्रशिक्षण हेतु प्रशिक्षण ओरियंटेड रिफ्रेशर कोर्स तथा प्रशिक्षण कोर्स का संचालन कराया जायेगा। उन्हांेने कहा कि इस प्रशिक्षण संस्थान में वाहनों की रूटीन मैन्टिनैंस हेतु प्रशिक्षण तथा सुरक्षित ड्राइविंग के लिए कोचिंग आदि की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जायेगी।
मुख्य सचिव आज शास्त्री भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष के सभागार मंे आई0डी0टी0आर0 जनपद रायबरेली में ड्राइविंग ट्रेनिंग एवं रिसर्च इंस्टीट्यूट की स्थापना संबंधी बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
प्रमुख सचिव परिवहन श्री बी0एस0 भुल्लर ने बैठक में बताया कि देश में प्रत्येक वर्ष लगभग 1.4 लाख लोग सड़क दुर्घटनाओं में मारे जाते हैं, जिनमें लगभग 15000 लोग केवल उत्तर प्रदेश के होते हैं। उन्होंने बताया कि भारत सरकार के निर्देशानुसार लगभग 16.78 करोड़ रूपये की लागत से आई0डी0टी0आर0 जनपद रायबरेली में ड्राइविंग ट्रेनिंग एवं रिसर्च इंस्टीट्यूट की स्थापना कराने हेतु प्रस्ताव तैयार कराया जाये।
बैठक में प्रमुख सचिव राजस्व श्री के0एस0 अटोरिया, सचिव वित्त श्री बी0एम0 जोशी, जिलाधिकारी, रायबरेली श्री अमित गुप्ता सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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